अवैध रूप से तत्काल टिकट बनाते साईबर कैफे संचालक गिरफ्तार
फर्रुखाबाद ! पूर्वोत्तर रेलवे फर्रुखाबाद आरपीएफ ने सोमवार को शहर के एक साइबर कैफे पर छापा मारकर अवैध ई-टिकट व तत्काल टिकट बनाकर बेचने के आरोप में कैफे संचालक को लैपटाप, प्रिटिंग मशीन व तीन हजार रुपए

फर्रुखाबाद ! पूर्वोत्तर रेलवे फर्रुखाबाद आरपीएफ ने सोमवार को शहर के एक साइबर कैफे पर छापा मारकर अवैध ई-टिकट व तत्काल टिकट बनाकर बेचने के आरोप में कैफे संचालक को लैपटाप, प्रिटिंग मशीन व तीन हजार रुपए की नकदी बरामद कर गिरफ्तार किया। यह जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे फर्रुखाबाद आरपीएफ पूर्व चौकी इंचार्ज आरपी सिंह ने देते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना पर फर्रुखाबाद आरपीएफ थाना कार्यकारी प्रभारी सबइंस्पेक्टर केदारमल यादव को जैसे ही सूचना मिली कि फर्रुखाबाद शहर के रेलवे रोड स्थित सिल्वर शाइन के समीपवर्ती अग्रवाल सायबर कैफे पर अवैध रूप से रेलयात्रियों को ई-टिकटिंग तत्काल आरक्षण टिकट उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इसी सूचना पर आरपीएफ कार्यकारी प्रभारी यादव के नेतृत्व में चार सदस्यीय आरपीएफ जवाानों ने सोमवार को 16:30 बजे इस सायबर कैफे पर छापा मारकर कैफे संचालक दीपक अग्रवाल पुत्र सुरेश अग्रवाल को गिरतार कर लिया। आरपीएफ सूत्रों के अनुसार आरपीएफ ने इस कैफे से अवैध आरक्षण ई-टिकट के लगाई गई प्रिटिंग मशीन, पांच मोबाइल, लैपटाप और करीब तीन हजार रुपए की धनराशि के साथ ही चार तत्काल आरक्षण टिकटे व एक अन्य आरक्षण टिकट बरामद की है। वहीं दूसरी ओर पूर्वोत्तर रेलवे फर्रुखाबाद जंक्शन स्टेशन के एक बुकिंग विण्डो पर सोमवार को फर्रुखाबाद से जामनगर की टिकट की खरीदने में निर्धारित मूल्य से अधिक से धन वसूलने के मामले को लेकर एक यात्री और बुकिंग क्लर्क में तीखी नोकझोक होते हुए मामला हंगामा के साथ स्टेशन अधीक्षक तक पहुंच गया। रेलयात्रियों की चर्चाओं के अनुसार सहायक स्टेशन मास्टर योगेन्द्र कुमार शाक्य सोमवार को अपरान्ह करीब तीन बजे के बाद अपने एएसएम कक्ष के पैनल पर जब कार्य कर रहे थे।
तभी फर्रुखाबाद जंक्शन स्टेशन की एक सरकारी बुकिंग विण्डो पर नीलू नाम से मशहूर लिपिक से फर्रुखाबाद से जामनगर जाने के लिए एक रेलयात्री ने टिकट के लिए पांच-पांच सौ रुपए के नोट कुल दो हजार रुपए दिए इसी दौरान बुकिंग क्लर्क ने केवल पांच-पांच सौ रुपए के तीन नोट मिलने की बात कही और इसके कहते ही यात्री और लिपिक में तीखी नोंकझोंक हुई। इसके बाद यह हंगामा यहां तक बढ़ गया कि मामला स्टेशन अधीक्षक उमा शंकर प्रसाद कौशिक तक जा पहुंचा। सरकारी स्टेशन बुकिंग विण्डो के ठीक कोने में लगे स्वचलित टिकट बेंडिंग मशीन के एक फैसलेटर ने बताया कि सरकारी बुकिंग विण्डो नम्बर-1 के बुकिंग लिपिक और एक यात्री के बीच टिकट लेने में पांच सौ रुपए अधिक लिए जाने पर दोनों के बीच कहासुनी यहॉ तक हुई कि यह रेलयात्री सहायक स्टेशन मास्टर कक्ष में जहॉ स्टेशन अधीक्षक मौजूद थे जा पहुॅचा और जब उसने टिकट में ज्यादा धन लेने की बात बताई तो स्टेशन अधीक्षक ने बुकिंग लिपिक को बुलवाया। यहॉ बुकिंग विण्डो के लिपिक नीलू ने बताया कि रेलयात्री ने मुझे पांच-पंाच सौ रूपये के तीन नोट दिये थे। इसी पर रेलयात्री ने यह मामला स्टेशन अधीक्षक तक पहुॅचाया बाद में कुछ यात्रियों ने पीडि़त रेलयात्री और मेरे मध्य सुलह-समझौता होकर विवाद निपटाया।


