किसानों को जिन्दा रहने के लिए कौरवों का विनाश करना होगा
किसानों को अब धर्म युद्ध लड़ना होगा।किसानों को जिन्दा रहने के लिए इस धर्म युद्ध में कौरवो का विनाश करना होगा
अडानी, अम्बानी की नौकरी करने वाले सत्तारूढ़ दल के लोग किसानों का भला नहीं कर सकतेइसलिए किसानों का कर्जा नहीं माफ़ कर रहे हैं।उद्योगपतियों का कर्जा माफ़ करने में यह भाजपा सरकार सबसे आगे है।
बाराबंकी। किसानों को अब धर्म युद्ध लड़ना होगा।किसानों को जिन्दा रहने के लिए इस धर्म युद्ध में कौरवो का विनाश करना होगा।यदि किसान धर्म युद्ध में कौरवो का विनाश नहीं कर पाते हैं तो आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
उक्त विचार ग्राम अजगना जहागीराबाद में आयोजित अखिल भारतीय किसान सभा के किसान सम्मेलन में किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री पूर्व विधायक राजेन्द्र यादव ने कहीं।
यादव ने कहा किअडानी, अम्बानी की नौकरी करने वाले सत्तारूढ़ दल के लोग किसानों का भला नहीं कर सकतेइसलिए किसानों का कर्जा नहीं माफ़ कर रहे हैं।उद्योगपतियों का कर्जा माफ़ करने में यह भाजपा सरकार सबसे आगे है।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए किसान सभा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि मोदी-योगी सरकारेंकिसानों की जमीनों को बिकवा देना चाहती हैं।इसीलिए किसानों को उनकी फसल का लाभकारी मूल्य नहीं दिया जा रहा है।
भारतीय कम्नुनिस्ट पार्टी के जिला सचिव बृजमोहन वर्मा ने कहा कि किसानों को 10 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन देकर उनकी आत्महत्याओं को रोका जा सकता है।
सम्मेलन को डॉ. कौसर हुसैन, जिलाध्यक्ष नौजवान सभा सरदार भूपिंदर पाल सिंह, जिला महामंत्री पंडित प्रित्युश कान्त शुक्ल, प्रवीन कुमार, मुनेश्वर बक्श वर्मा, विनोद कुमार यादव आदि ने संबोधित किया।
सम्मेलन सभा में पूर्व प्रधान अमर सिंह गुड्डू, संतराम, अमर सिंह, दलसिंगार, गिरीश चन्द्र, राजेश सिंह, रामनरेश वर्मा, पुष्पेन्द्र सिंह, अवधेश यादव, प्रदीप वर्मा, गिरीश चन्द्र आदि मौजूद रहे। अध्यक्षीय भाषण शिवदर्शन वर्मा ने दिया तथा संचालन किसान सभा जिलाध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने किया।


