पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का काम किसानों ने रोका
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से प्रभावित 16 गांवों के किसान 22 दिनों से अपनी मांगों को लेकर बेमियादी धरने पर बैठे हैं

गाजियाबाद। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से प्रभावित 16 गांवों के किसान 22 दिनों से अपनी मांगों को लेकर बेमियादी धरने पर बैठे हैं। रविवार को किसानों ने पूर्व घोषणा के तहत ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का काम रोक दिया। किसानों के काम रोकने की खबर से मौके पर भारी पुलिस बल व प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए। अधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी से वार्ता कराने की बात कह कर किसानों को समझा बुझाकर काम शुरू कराया गया।
क्षेत्रीय विधायक अजीत पाल त्यागी ने भी किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि 21 जनवरी तक उनकी मांगे पूरी नहीं की तो दोबारा काम काम को रोक देंगे और धरना जारी रहेगा। बता दें कि 22 दिनों से पाइपलाइन मार्ग पर गांव भिक्कनपुर के पास विकास संघर्ष समिति के बैनर तले किसान मुआवजा और एक्सप्रेस वे कि सर्विस रोड बनाने की मांग कर धरने पर बैठे हैं किसानों और प्रशासन के बीच कोई समझौता न होता देख किसानों ने रविवार को दुहाई-भिक्कनपुर मार्ग से आने वाले डंपरों को रोककर काम रोक दिया।
काम रोकने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौके पर जा पहुंचे। किसानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। काफी देर तक किसानों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच वार्ता चलती रही। बाद में एडीएम ई ज्ञानेंद्र सिंह ने किसानों को शाम के समय जिलाधिकारी से वार्ता कराने और 26 जनवरी तक का समय मांगा और धरना खत्म करने को कहा लेकिन किसान धरना खत्म करने को राजी नहीं हुए।
विकास संघर्ष समिति के सचिव सलेक भइया ने बताया कि प्रशासन किसानों की समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है इसलिए किसानों ने एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य रोक दिया है। सलेक भैया ने बताया कि एक ज्ञापन एडीएम ज्ञानेंद्र सिंह, मुरादनगर विधायक अजीत पाल को सौंपा गया है जिसमें चेतावनी दी गई है कि यदि 21 जनवरी तक उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो दोबारा एक्सप्रेस वे का काम रोक देंगे। उन्होंने बताया कि जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं हो जातीं तब तक धरना जारी रहेगा। किसानों के बीच हुई वार्ता के बाद किसानों ने मिट्टी से भरी गाड़ियों को छोड़ा तब जाकर एक्सप्रेस वे का काम शुरू हो सका।
इस दौरान सीओ सदर राजकुमार, थाना प्रभारी रणवीर सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। धरने पर बैठे किसानों में सूबेदार कबूल सिंह, मनोज नागर, वेदप्रकाश श्रीनिवास शर्मा, राजकुमार, मास्टर विक्रम त्यागी, सुंदरलाल, जियाराम कसाना, सुनील त्यागी, राजकुमार पहलवान, नितिन कुमार, दिनेश त्यागी आदि मौजूद रहे।


