सरकार और किसानों के बीच वार्ता से निकलेगा हल, राजनाथ सिंह ने कही ये बात
देश में जारी किसान आंदोलन अब सुलह की ओर बढ़ रहा है

नई दिल्ली। देश में जारी किसान आंदोलन अब सुलह की ओर बढ़ रहा है। जी हां आज केंद्र सरकार ने राजधानी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को बातचीत के बुलाया है। सरकार ने तो कल ही अपनी तरफ से किसानों के निमंत्रण दे दिया था लेकिन किसानों ने इस प्रस्ताव को आज स्वीकार किया है। जी हां आज मंगलवार को किसानों ने पहले बैठक की और इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि आज 3 बजे 32 किसान संगठनों के प्रतिनिधिय सरकार के सामने अपनी बाते रखेंगे।
आज कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को बातचीत के बुलाया था और अब किसानों ने भी सरकार से बात करने के लिए हामी भर दी है। दिल्ली के विज्ञान भवन में दोपहर 3 बजे इन तीन नए कृषि कानूनों पर बात होगी। वैसे इस वार्ता से पहले ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी तरफ से साफ कर दिया है कि सरकार इन नए कृषि कानूनों पर अडिग रहेगी। राजनाथ सिंह का कहना है कि किसानों के अंदर इन कानूनों को लेकर भ्रम फैलाया गया है हम उस शंका को दूर करेंगे। उन्होंने कहा कि कानूनों पर हम अडिग रहेंगे और किसानों की शंका दूर करेंगे। खास बात ये हैं कि आज इस वार्ता का हिस्सा राजनाथ सिंह भी रहेंगे। जी हां राजनाथ सिंह की मौजूदी में किसानों और सरकार के बीच बात होगी।
आपको बता दें कि किसान आंदोलन का आज छठां दिन है राजधानी दिल्ली में। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली में इकट्ठा हो गए हैं और सरकार से उनके नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस आंदोलन में न तो किसी एक राज्य का किसान है और न ही कोई एक किसान संगठन। जी हां देश के कोने कोने से किसान इस दिल्ली चलो आंदोलन का हिस्सा है और कई सारे संगठन मिलकर इस आंदोलन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।


