मुआवजा समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों का धरना
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के लिए जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों ने फलैदा अंडरपास पर धरना शुरू कर दिया है

रबूपुरा। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के लिए जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों ने फलैदा अंडरपास पर धरना शुरू कर दिया है। सोमवार को सैकड़ों किसान धरनास्थल पहुंचे और यमुना प्राधिकरण पर शोषण का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया तथा किसी सक्षम अधिकारी के मौके पर नहीं पहुंचने पर धरना को अनिश्चितकालीन कर दिया गया।
किसानों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। गौरतलब है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए हरियाणा के बल्लभगढ़ से एयरपोर्ट तक 31 किमी लम्बाई का 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जाना है।
इस एक्सप्रेस वे का 24 किमी हिस्सा हरियाणा जबकि 7 किमी का हिस्सा गौतबुद्धनगर में पड़ेगा। जिसके निर्माण के लिए गौतबुद्धनगर के करोली बांगर, फलैदा, दयानतपुर, बल्लभनगर उर्फ कर्राेल बांगर, फलैदा खादर व अमरपुर पल्हाका गांव की 65.51 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है।
जमीन अधिग्रहण के लिए जिला प्रशासन ने हाल ही में अधिसूचना जारी की है। जिससे किसान सहमत नहीं है। किसानों का कहना है कि करीब पांच साल पहले केएमपी पेरिफेरल हाइवे के लिए यमुना प्राधिकरण अधिसूचित क्षेत्र दनकौर के गांव अट्टा फतेहपुर की जमीन का अधिग्रहण किया गया है।
जिसके बदले किसानों को 3640 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से मुआवजा दिया गया था। यह हाइवे एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने बनाया था तथा ग्रीनफील्ड हाइवे भी एनएचएआई का ही प्रोजेक्ट है।
इसलिए यहां भी किसानों को 3640 रुपया प्रति वर्ग मीटर में उस समय से आज तक महंगाई को जोड़ते हुए 55 सौ रुपये वर्गमीटर का मुआबजा दिया जाए। इसके साथ ही यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में स्थापित कम्पनियों में स्थानीय युवाओं को नौकरी, आवारा पशुओं की समस्या का समाधान आदि की मांग की है।
इस दौरान सुरेश सिंह, विनोद भाटी, राजेश कुमार, ओमपाल सिंह, विनोद कुमार दयानतपुर, जगवती देवी, सीमा भाटी, लाहौरी, भोलू सिंह, अजित सिंह, विनोद गोयल, सुनीता देवी आदि मौजूद रहे।


