अकाली दल से नाराज हैं किसान
पिछले 9 महीनों से किसान तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं... चंद महीनों में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं, ..और ऐसे में अब राजनीतिक पार्टियां और किसान आमने सामने आ गए हैं .. जब से कृषि कानूनों को लेकर प्रदर्शन शुरू हुआ तभी से किसान बीजेपी के कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं ..लेकिन इस बार किसानों का गुस्सा शिरोमणि अकाली दल पर फूट पड़ा है.

पंजाब के मोगा में अकाली दल अध्यक्ष और सांसद सुखबीर सिंह बादल अनाज मंडी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे..इसी दौरान किसानों का गुस्सा फूट पड़ा ..किसानों का कहना है कि वो बादल से कुछ सवाल करना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया ..किसानों का कहना है कि वे 9 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हैं और कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ..लेकिन राजनीतिक दलों को ' सत्ता की अधिक चिंता है और किसानों के लिए वह केवल मगरमच्छ के आंसू बहाते हैं..विधानसभा चुनाव आने वाले हैं इसलिए सभी पार्टियां एक्टिव हो गई हैं .पुलिस दावा कर रही है कि किसानों ने शिरोमणि अकाली दल के एक कार्यक्रम में जमकर बवाल मचाया. किसानों ने कथित तौर पर जबरन कार्यक्रम में दाखिल होने की कोशिश की.. इसमें 4 किसान और 3 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है ...पुलिस दावा ये भी कर रही है कि उन्हें कई बार चेतावनियां दी गई ..जब किसान नहीं माने तब उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का प्रयोग करना पड़ा...मोगा पुलिस अधीक्षक ने इस बात की जानकारी दी है साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लगभग 600 प्रदर्शनकारियों में से करीब 35 को हिरासत में लिया गया..इसी बीच अकाली दल ने किसानों को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से जुड़ा बताया ...इससे पहले भी किसानों के समूह ने मोगा जिले के बाघापुराना में अकाली दल के एक कार्यक्रम का विरोध किया था ..आपको बता दें कि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हाल ही में पंजाब के 100 विधानसभा क्षेत्रों में 100 दिन की 'यात्रा' शुरू की है..


