पटवारी नहीं सुन रहे किसान की फरियाद
पटवारी के अभद्र व्यवहार से नाराज किसानों ने आज तहसील कार्यालय के सामने धरने पर बैठ आक्रोश जताया

आक्रोशित किसानों ने तहसील कार्यालय के सामने दिया धरना
कुण्डा। पटवारी के अभद्र व्यवहार से नाराज किसानों ने आज तहसील कार्यालय के सामने धरने पर बैठ आक्रोश जताया। किसानों का कहना है कि क्षेत्र के पटवारियों के द्वारा उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता जिससे उनकी कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
प.ह.नं.42 के पटवारी के पास बीमारी से पीड़ित किसान अनुजराम चंद्राकर उर्फ नोचक प्रसाद काम से गया था, जिस पर पटवारी द्वारा पीड़ित किसान से अभद्रता पूर्व व्यवहार कर गाली देते हुए भगा दिया।
उनके साथ ही साथ अनेकों किसान उपस्थित थे। अनुज राम चंद्राकर क्षेत्र के वरिष्ठ किसानों में से एक है। जिसे एक पटवारी के द्वारा अभद्रता पूर्वक भगाए जाना एवं अपने आप को बड़ा बताये जाने पर किसानों को बहुत ही बुरा लगा।
जिस पर उपस्थित किसान पटवारी के इस कृत्य से साथ ही साथ राजस्व विभाग में काम करने वाले पटवारी जनों के अव्यवस्थित और मनमौजी कामों को लेकर नायब तहसीलदार कार्यालय कुण्डा के सामने किसानों ने धरना प्रदर्शन में तुंरत बैठ गए। उन्होंने मांग किया है कि किसान के जायज कामों को आज ही नहीं बल्कि सभी समय यथाशीघ्र पूरा करें।
धनेली के किसान ने बताया कि बी-1 नक्शा खसरा नंबर के लिए पटवारी हल्का नंबर 48 के पटवारी कोसले के पास गये तो उन्होंने आनलाईन का धमकी देते हुए कागजात रायपुर भेज दिया हूं । 1 सप्ताह या 2 सप्ताह में रायपुर से आएगा तो ले लेना, करके भगा दिया। धरना प्रदर्शन करने वाले समस्त किसान एक ही नहीं अनेकों ने पटवारियों के व्यवहार से क्षुब्ध है और पीड़ित व प्रताड़ित है।
किसान किसी पटवारी को ट्रांसफर निलंबन नहीं चाहते हुए उनके व्यवहार में परिवर्तन चाहते हैं और शासन के द्वारा जो सुविधा मुहैया कराई जाती है उसे निशर्त जायज कार्यों को यथाशीघ्र पूरा करने की मांग पर आंदोलनरत हैं जिसमें अनुज राम चंद्राकर खम्हरिया, भाईलाल चंद्राकर, राजकुमार चंद्राकर, राजेश चंद्राकर, कुर्मी यशवंत चंद्राकर, भरेवापूरन धर्मेन्द्र चंद्राकर, परसराम सतनामी, परमा सतनामी, मनोरदास वैष्णव, सेन्हाभाठा रघुनंदन साहू, जयराम चंद्राकर, रिखीराम चंद्राकर, कुंडा मोहन कुर्रे, कुंडा रूपचंद निर्मलकर, पंडरिया दादू निर्मलकर, दीनक साहू सहित अनेकों किसान ने पटवारी के सिस्टम में जब तक सुधार न हो जाए तब तक के लिए अपने जायज मांगों के साथ नायब तहसीलदार कार्यालय कुण्डा के सामने आंदोलनरत हैं।


