किसानों ने ग्रेनो प्राधिकरण के दोनों गेट पर किया कब्जा
गेट पर कब्जा करने के दौरान पुलिस और किसानों के बीच धक्का मुक्की

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास कार्यालय मंगलवार को पुलिस और किसानों के लिए अखाड़ा बन गया। प्राधिकरण कार्यालय के गेट नंबर पर एक पर कब्जा करने के लिए कूच करते किसानों और पुलिस के बीच काफी देर तक धक्का मुक्की चली।
आखिरकार किसान पुलिस सुरक्षा घेरा को तोड़ते हुए गेट नंबर एक पर पहुंच कर कब्जा कर लिया। गेट नंबर दो पर 43 दिनों से किसान कब्जा कर धरने पर बैठे हुए है। शाम पांच बजे जाकर किसान गेट नंबर एक से हटे इसके बाद प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी बाहर निकल पाएं।
गौरतलब है कि किसान सभा के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर किसान 25 अप्रैल से प्राधिकरण कार्यालय पर दिन रात लगातार धरना दे रहे हैं। मंगलवार को किसानों को पूर्व योजना के अनुसार प्राधिकरण कार्यालय पर डेरा डालो घेरा डालो रणनीति बना रखी थी।
39 गांव के सैकड़ों किसान पूर्व घोषणा के मुताबिक 12 बजे प्राधिकरण गोल चक्कर पर इकट्ठा हुए, वहां से किसान जुलूस के रूप में आगे बढ़े, प्राधिकरण के गेट नंबर 1 पर डीसीपी रामबदन के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स मौजूद थी। फोर्स ने किसानों को रोकने की कोशिश की लेकिन किसानों ने पुलिस को पीछे धकेलते हुए गेट नंबर 1 पर कब्जा कर लिया।
किसानों ने दोनों गेटों पर अपनी सभा शुरू कर दी। इस दौरान काफी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी। किसानों द्वारा प्राधिकरण के दोनों गेट पर कब्जा किए जाने पर जो भी लोग प्राधिकरण में अंदर थे वह अंदर ही रहे और जो बाहर थे वह बाहर ही रह गए, इस दौरान पुलिस किसानों को रोकने अथवा गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं हुई।
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्राधिकरण सीईओ बेहद कमजोर अधिकारी है किसान विरोधी है किसानों की समस्याओं का हल नहीं करना चाहती जबकि 50 गांवों के हजारों किसान धरना दे रहे हैं, लोकतंत्र में इस तरह की संवेदनहीनता ना काबिले बर्दाश्त है, लोक सेवक को लोक सेवक की तरह व्यवहार करना चाहिए और किसानों की वाजिब समस्याओं का तुरंत समाधान करना चाहिए अबकी बार किसान किसी आश्वासन अथवा लिखित आश्वासन के लिए नहीं आया बल्कि ठोस नतीजे प्राप्त करने आए हैं और किसानों ने पूरे 1 साल का मन बना कर आंदोलन की शुरुआत की है, यहां पर पक्का मोर्चा लगा दिया है मोर्चा जब तक चलेगा जब तक कि किसानों की समस्याएं हल नहीं होती डेरा डालो घेरा डालो के तहत सैकड़ों किसान प्राधिकरण पर ही घर बनाकर आज से रहना शुरू करेंगे।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने कहा किसान विरोधी प्राधिकरण अधिकारियों को या तो किसानों की समस्याएं हल करनी होंगी या यहां से जाना पड़ेगा।
उपाध्यक्ष सूबेदार ब्रह्मपाल ने कहा कि यदि प्राधिकरण ने किसानों की समस्याएं हल नहीं की तो यह आंदोलन सत्ताधारी पार्टी को आने वाले चुनाव में भारी पड़ सकता है। किसानों के इस आंदोलन को सपा, कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के नेता और विभिन्न संगठनों के लोगों ने समर्थन दिया।


