4 साल बाद भी नहीं मिला किसानों को जमीन का मुआवजा
साहब हद हो गई है हमे हमारे जमीन का अब तक मुआवजा नहीं मिला है

दफ्तरों के चक्कर काटते किसानों के घिसी एड़ियां
प्रभावित किसानों ने पूर्व विधायक विजय से लगाई न्याय की गुहार
रायगढ़। साहब हद हो गई है हमे हमारे जमीन का अब तक मुआवजा नहीं मिला है। थक हार कर ये फरियाद लेकर कोतासुरा पुसौर के प्रभावित ग्रामीण आज पूर्व विधायक विजय अग्रवाल से मिलने पहुंचे। प्रशासन की लचर व्यवस्था देखकर विजय अग्रवाल भी हतप्रभ रह गए।
जबकि इनके मुआवजे की राशि आ चुकी है लेकिन अधिकारी चक्कर पर चक्कर कटवा रहे हैं। साल 2012-13 में केलो नहर के लिए ग्रामीणों की जमीन ली गई थी जिसका मुआवजा अब तक कोतासुरा के प्रभावित ग्रामीणों को नहीं मिली है। लगातार दफ्तरों के चक्कर काटते हुए थक चुके हैं प्रशासन की लचर व्यवस्था के चलते इन प्रभावितों को उनके हक अधिकार का पैसा नहीं मिल पा रहा है।
प्रभावितों ने बताया कि अधिकारी हर बार आश्वासन देकर चलता कर देते हैं इसके पूर्व भी कलेक्टर के जन दर्शन में आवेदन प्रस्तुत कर मुआवजा रकम दिलाने की मांग की गई थी लेकिन आज तक जन दर्शन में दिए आवेदन पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्रामीणों ने बताया कि मुआवजा की रकम एसडीएम कार्यालय में बहुत पहले आ चुकी है सभी का मुआवजा प्रकरण बन भी गया है लेकिन एसडीएम साहब पता नहीं क्यों मुआवजा राशि दे नहीं रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारी 2014 से तीन बार फाईल बनाकर मुआवजा प्रकरण को रद्द कर चुके हैं लेकिन ऐसा क्यों किए कहने पर आज कल का जवाब मिलता है और अब 2018 आ गया लेकिन मुआवजा नहीं मिला।
ग्रामीण राधेश्याम, रघुनाथ, सविता, रोहित, मधुलाल, नरसिंह, चकरधर, दुरपत, पितरू, चित्रसेन, दयासागर, सोनसागर, तिलकराम, रामअवतार आदि अपने मुआवजा को लेकर दर दर भटकने को मजबुर हैं। इस मामले में पूर्व विधायक विजय अग्रवाल का कहना है कि अधिकारियों की शिथलता और लापरवाही के कारण शासन बदनाम होती है प्रशासनिक अधिकारी इस पर ध्यान दें और गंभीरता से लेकर प्रभावितों का मुआवजा दिलाएं।


