किसानों का प्रदर्शन अभी भी जारी
तीन कृषि कानून को लेकर किसान 9 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं, इसके साथ ही किसान सरकार की कई नीतियों और कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं.. अपनी मांगों को लेकर किसान जगह जगह महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं....5 सितम्बर की मुज़फ्फरनगर महापंचायत के बाद करनाल में महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है कल से शुरू हुआ किसानों का प्रदर्शन आज भी जारी है .

करनाल में किसानों की महापंचायत जारी है किसानों ने मिनी सचिवालय घेरने की योजना बनाई थी..इसी के चलते कल किसान करनाल मंडी से इकट्ठा होकर रैली करते हुए मिनी सचिवालय पहुंचे . किसान मिनी सचिवालय पहुंचने के बाद वहीं गेट पर बैठ गए हैं..उनके लिए वहीं लंगर भी लगाया गया ... भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम अपने कपड़े और खाने का समान मिनी सचिवालय करनाल पर ही मंगा रहे हैं, आराम से बात करेंगे इनसे, जब तक न्याय नहीं, तब तक रुकेंगे नहीं..दरअसल किसान 9 महीने से तीन कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांग सुनने को तैयार नहीं है ..इसलिए किसान भी सरकार की तमाम बैठकों औऱ नीतियों का विरोध कर रहे हैं .. दिल्ली की तीन बार्डरों से आगे बढ़कर अब ये प्रदर्शन 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव तक पहुंच गया है..जिसके चलते किसान जगह जगह महापंचायत कर रहे हैं .. किसान कृषि कानून का विरोध तो कर ही रहे हैं साथ में किसानों ने उन पुलिसवालों पर कार्रवाई की भी मांग की है ... जिन्होंने 28 अगस्त को प्रदर्शन के दौरान बीजेपी की बैठक का विरोध करने जा रहे किसानों के साथ दुर्व्यवहार किया था...किसानों की महापंचायत को देखते हुए प्रशासन ने सोमवार से ही करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, कैथल और जींद में इंटरनेट बंद कर दिया. इन जिलों में धारा 144 लगाई गई है. इस रोक को 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है और ये 8 सितंबर की रात 11 बजकर 59 मिनट तक जारी रहेगी. हरियाणा सरकार की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में ये जानकारी दी गई है .. करनाल में सुबह से ही दूसरे जिलों से आने वालों की एंट्री रोक दी गई है।


