किसानों ने की 10 फीसद सीटों की मांग
आंदोलनरत यमुना एक्सप्रेस-वे के विस्थापित किसानों ने एक आज 35 किसान संगठनों के साथ मिलकर किसान संयुक्त मोर्चे का गठन किया
आगरा। आंदोलनरत यमुना एक्सप्रेस-वे के विस्थापित किसानों ने एक आज 35 किसान संगठनों के साथ मिलकर किसान संयुक्त मोर्चे का गठन किया। किसान नेताओं ने राजनैतिक पार्टियों से 10 फीसद सीटें किसानों के लिए आरक्षित करने की मांग की, जिससे संसद व विधानसभा में किसानों की मांग को अच्छे तरीके से रखा जा सके।
बैठक में किसान नेता मनोज शर्मा नो कहा कि आज से देश के किसान की दिशा तय करने का काम किसान सयुंक्त मोर्चा करेगा। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों के बिखराव के कारण किसान की आवाज दब जाती है, इसलिए सभी की सहमति से किसान सयुंक्त मोर्चा के गठन की अति आवश्यकता है। बैठक में उपस्थित अंशुमन ठाकुर ने कहा कि अगर निश्चित समय में देश के विभिन्न राजनीतिक दल किसानों के लिए कोटा तय नहीं करते हैं तो किसान पुनः 02 अप्रैल को किसान महापंचायत कर स्वयं अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी घोषित कर जनता के सहयोग से जिताने का काम करें। महिला किसान नेता सुनीता सिंह ने कहा कि जब तक सभी किसान संगठन क्षेत्र विशेष के किसानों के उत्पीड़न के विरुद्ध एक मंच पर एक साथ नही लड़ेंगे तो उत्पीड़न करने बालों के हौसले बुलंद होते रहेंगे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से चन्द्र पाल, रामबाबू (मथुरा), कन्हैया शर्मा (फिरोजाबाद), नरेन्द्र सिंह चाहर,विपन शर्मा, सन्तोष शर्मा, राहुल घोष,सुरेन्द्र यादव,लाखन सिंह त्यागी, पूर्व पार्षद उमेश यादव,मनीष बघेल, भारत सिंह,आदि ने महापंचायत को सम्बोधित किया। अध्यक्षता रवीन्द्र सिकरवार और संचालन कुशलपाल नादऊ ने किया।


