मुख्यमंत्री फिक्र करते तो किसान आत्महत्या के लिए विवश नहीं होते : साय
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने बिलासपुर संभाग के तखतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम राजा कापा निवासी एक किसान की आत्महत्या के मामले को प्रदेश सरकार की कलंक-गाथा का एक और अध्याय बता

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने बिलासपुर संभाग के तखतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम राजा कापा निवासी एक किसान की आत्महत्या के मामले को प्रदेश सरकार की कलंक-गाथा का एक और अध्याय बताया है।
श्री साय ने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार अपनी झूठी वाहवाही कराने में करोड़ों रुपए खर्च करके अपनी सियासी छवि चमकाने में लगी है और दूसरी तरफ जमीनी सच यह है कि इस प्रदेश सरकार के समूचे सिस्टम से लोग, विशेषकर किसान इतने आजिज आ गए हैं कि वे आत्महत्या के लिए विवश हो रहे हैं।
श्री साय ने कहा कि इसी सरकारी सिस्टम ने धान बेचने पहुंचे एक किसान को धान खरीदी केंद्र में ही आत्महत्या के लिए विवश किया था। बावजूद इसके, प्रदेश की यह कांग्रेस सरकार झूठ परोसकर प्रदेशवासियों को भ्रमित करने से बाज नहीं आ रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि तखतपुर के राजा कापा निवासी छोटूराम कैवर्त्य की आत्महत्या प्रदेश सरकार के सिस्टम की वह काली सच्चाई है, जिसमें पटवारी के भ्रष्टाचरण ने प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश के सियासी जुमलों के गुब्बारे की हवा निकाल दी है।
रिश्वत लेकर भी किसान छोटूराम की जमीन की पर्ची बनाने में पटवारी की आनाकानी ने एक और किसान को मौत के मुंह में धकेलकर साबित किया है कि प्रदेश सरकार किसानों के प्रति घोर संवेदनहीन है।
श्री साय ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल असम में पाँच गारंटी देने की सियासी करने में जितना वक्त जाया कर रहे हैं, उतनी फिक्र अगर वे प्रदेश के किसानों को गंगाजल की कसमें खाकर दी गई गारंटी की करते तो प्रदेश के किसानों को यूं आत्महत्या के लिए विवश नहीं होना पड़ता। श्री साय ने मांग की कि प्रदेश सरकार मृतक किसान के पीडि़त परिजनों को तत्काल 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मुहैया कराए और उसके परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे।


