किसानों ने किया 8 दिसंबर को "भारत बंद" का ऐलान
आज शुक्रवार को किसान आंदोलन का नौंवा दिन है और आज एक बार फिर से किसानों ने अपने आंदोलन को और व्यापक बनाने का ऐलान किया है

नई दिल्ली। आज शुक्रवार को किसान आंदोलन का नौंवा दिन है और आज एक बार फिर से किसानों ने अपने आंदोलन को और व्यापक बनाने का ऐलान किया है।
कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज भी जारी है। आज हुई बैठक के बाद किसानों के नेता राकेश टिकैत ने ऐलान कर दिया है कि कल का दिन आर या पार का दिन है। टिकैत ने ऐलान कर दिया है कि 8 दिसंबर को भारत बंद रहेगा। जी हां आज ये साफ हो गया है कि 8 दिसंबर का दिन उग्र आंदोलन का दिन है और देशव्यापी भारत बंद होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कल यानि की शनिवार को सरकार से किसानों की मांग को लेकर बातचीत होगी और ये आखिरी बातचीत भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि ये आर या पार का दौर होगा। राकेश टिकैत का कहना है कि अब दिल्ली की बची हुई सड़कों को भी हम ब्लॉक करेंगे। इस बात की जानकारी किसानों की मीटिंग के बाद उनके नेता हरविंदर सिंह लखवाल ने दी।
आपको बता दें कि सरकार और किसानों के बीच बातचीत का दौर तो जारी है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है। न ही किसान झुकने को तैयार है और न ही सरकार उनकी बात मानने को। गौरतलब है कि चार बार किसानों और सरकार के बीच वार्ता हो चुकी है लेकिन अभी तक उसका कोई रिजल्ट सामने नहीं आया है। सरकार किसानों को मनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है लेकिन किसानों ने अपनी मांगे पीडीएफ के जरिए सरकार के सामने रख दी है और उनके पूरा होने पर ही ये आंदोलन खत्म करने की बात कर रहे हैं।
गौरतलब है कि किसानों का ये आंदोलन अब सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। जी हां एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी लगाई गई है कि किसानों को दिल्ली की सीमाओं से तुरंत हटाने के निर्देश दिए जाएं, क्योंकि प्रदर्शनकारियों की वजह से कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि अभी तक इस अर्जी पर सुनवाई का दिन निश्चित नहीं किया गया है। आपको बता दें कि कल यानि की शनिवार को किसानों और सरकार के बीच एक बार फिर से बातचीत होगी। उम्मीद यही की जी रही है कि सरकार किसानों की मांग मान लेगी और इन कानूनों पर एक बार फिर से विचार करेगी।


