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राजमार्गों से हटकर रिहायशी इलाकों में खुल रही शराब की दुकानें

फरीदाबाद ! राजमार्ग से हटाकर रिहायशी इलाकों में खोली जा रही शराब की दुकानों का विरोध शनिवार को भी नहीं थमा।

राजमार्गों से हटकर रिहायशी इलाकों में खुल रही शराब की दुकानें
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विरोध कर रही महिलाओं के साथ पुलिस ने की हाथापाई

फरीदाबाद ! राजमार्ग से हटाकर रिहायशी इलाकों में खोली जा रही शराब की दुकानों का विरोध शनिवार को भी नहीं थमा। जवाहर कॉलोनी डिस्पोजल के पास खुल ठेका हटाने की मांग लेकर शनिवार को महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रही महिलाओं के साथ पुलिस ने जमकर हाथापाई की। इस दौरान कई महिलाओं को चोटें आई। महिलाओं ने पुलिस की इस कार्रवाई को शराब कारोबारियों के साथ मिली भगत बताया। महिलाओं का विरोध तब ज्यादा बढ़ गया जब पुलिस ने भीड़ में एक युवक को जबरन थाने ले जाने का प्रयास किया। इस मौके पर महिलाओं ने पुलिस और आबकारी विभाग अधिकारियों के खिलाफ हाय हाय के नारे लगाए और पुलिस जिप्सी के आगे लेट गई। महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने महिला पुलिस न बुलाकर पुरुष पुलिस कर्मियों से उन्हें पिटवाया है। इस पर अब वह चुप नहीं बैठेगी।
जवाहर कॉलोनी डिस्पोजल के पास अंग्रेजी शराब का एक ठेका खोला जा रहा है। लोगों का कहना है कि रिहायशी इलाकों में ठेका खुलने से बच्चों पर इसका गलत प्रभाव पड़ेगा। साथ की महिलाओं का मुख्य सडक़ से गुजरना मुश्किल हो जाएगा। शनिवार दोपहर करीब साढे 12 बजे जब ठेकेदार अपनी दुकान पर पहुंचा तो आसपास की करीब 40-50 महिलाएं दुकान पर पहुंची। पहले उन्होंने ठेके को बंद करने के लिए। जब ठेकेदार नहीं बंद करने से इनकार कर दिया तो महिलाओं ने दुकान में घुस कर सारा सामान रोड पर फेंक दिया। शराब की कई बोतलों कई बोतलें तोड़ दी। घटना की सूचना पाकर थाना सारन पुलिस एसएचओ नरेंद्र और आबकारी विभाग अधिकारी टीम के साथ मौके पर पहुंच गई। इस दौरान पुलिस कर्मी कुछ महिलाओं और एक युवक को पकड़ पर अपनी जिप्सी में डालने लगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है महिलाओं की गुंडागर्दी बिल्कुल नहीं चलेगी। तभी महिलाओं का गुस्सां और बढ़ गया। पुलिस ने महिलाओं को तो छोड़ दिया युवक को थाने ले जाने लगी। इस दौरान पुलिस और महिलाओं के बीच जमकर झड़प हुई। कई महिलाओं को चोट भी आई। युवक को जबरन ले जाने पर महिलाएं पुलिस जिप्सी के आगे लेट गई। विरोध बढऩे के बाद पुलिस ने युवक को छोड़ दिया। महिलाओं का कहना है कि जिस युवक को पुलिस ने पकड़ा है वह केवल लोगों को पानी पिलाने का काम कर रहा था। वहीं महिलाओं का आरोप है कि हंगामें के दौरान मौके पर कोई भी महिला पुलिस कर्मी नहीं आई। महिला पुलिस सब शांत होने के बाद मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर ठेके को बंद करवा दिया। महिलाओं ने कहा जब तक ठेका नहीं हटेगा उनका विरोध जारी रहेगा। थाना सारन एसएचओ नरेंद्र का कहना है कि इस मामले में जांच की जा रही है, कुछ महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।

महिला पुलिस कर्मी के साथ भी हुई खूब बहस
महिला पुलिस कर्मी ने हंगाम कर रही महिलाओं को जब इलाके में अवैध शराब बिकने की बात कही तो महिलाओं का गुस्सां और बढ़ गया। महिलाओं ने कहा कि जब पुलिस कर्मियों को अवैध शराब बिकने के बारे में जानकारी होती है तो उन्हें क्यों नहीं पकड़ते बजाए यहां ठेका खुलवाने के। अगर यहां ठेका खुलता है तो दिनभर यहां शराबियों का जमघट लगा रहेगा। आसपास बहु-बेटियां रहती है। शराबी उन्हें परेशान करेंगे।
प्रशासन से कई बार की ठेका हटाने की मांग
विरोध कर रही राधा, सविता, ऊषा,साधना, वीना इत्यादि महिलाओं का कहना है शराब का ठेका यहां से शिफ्ट करने की मांग को लेकर कई बार आबकारी विभाग व पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में उन्हें सडक़ पर उतरना पड़ा।
ठेका संचालक से बात
ठेका संचालक सुरेंद्र हंस का कहना है, शराब के ठेके के लिए उन्हें आबकारी विभाग से परमीशन ली है। ठेके से मंदिर भी करीब 200 मीटर की दूरी पर है। दोहर करीब साढे 12 बजे जब वह अपनी दुकान में बिजली की फिटिंग करवा रहे थे तभी 40-50 महिलाएं पहुंची। उन्होंने ठेका बंद करने की मांग की। इनकार करने पर उन्होंने दुकान में तोडफ़ोड़ शुरु कर दी।


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