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हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक स्वयं प्रकाश का निधन
हिंदी के प्रसिद्ध लेखक स्वयं प्रकाश का शनिवार सुबह यहां लीलावती अस्पताल में निधन हो गया।

मुम्बई। हिंदी के प्रसिद्ध लेखक स्वयं प्रकाश का शनिवार सुबह यहां लीलावती अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे और कैंसर से पीड़ित थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां हैं।
श्री स्वयं प्रकाश का जन्म 20 जनवरी 1947 को इंदौर में हुआ था वह मूलत राजस्थान के थे। उन्होंने 1969 से लेखन शुरू किया था। वह पेशे से इंजीनियर थे और हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में काम करते थे। उनकी 20 से अधिक पुस्तकें छपी थी। कहानी के अलावा उन्होंने पांच उपन्यास भी लिखे।
उनकी पार्टीशन, नीलकांत का सफर जैसी चर्चित कहानियों ने उन्हें सातवें दशक के महत्वपूर्ण रचनाकार बनाया था। वे काशीनाथ सिंह के समकालीन थे। उनकी बीच में विनय, सूरज कब निकलेगा, ईंधन उनकी चर्चित कृतियाँ हैं। उन्हें सुभद्रा कुमारी चौहान पहल सम्मान वनमाली राजस्थान अकादमी का सम्मान भी मिला था।
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