फर्जी पासपोर्ट वीजा गिरोह का पर्दाफाश, आठ गिरफ्तार
शाखा की टीम फर्जी पासपोर्ट वीजा उपलब्ध कराने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर एजेंटों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।

नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम फर्जी पासपोर्ट वीजा उपलब्ध कराने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर एजेंटों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने बुधवार को यहां बताया कि नौकरी के नाम पर विदेश भेजने के लिए फर्जी पासपोर्ट और वीजा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है। इस मामले में गिरफ्तार किये गये लोगों की पहचान जितेंद्र कुमार मंडल, प्रदीप कुमार कट्टामुरी, विपिन शर्मा उर्फ विजय शर्मा उर्फ विजय चोपड़ा उर्फ विक्की, गगन सिंह उर्फ सरदार सिंह, आशा रानी, विजय कुमार, मंजीत सिंह उर्फ बब्बू तथा जितेंद्र कुमार के रूप में हुई है। इनमें से मंजीत गिरोह का सरगना है तथा विजय कुमार उसका सहयोगी है। जितेंद्र कुमार मंडल, विपिन और प्रदीप एजेंट है जबकि गगन और आशा बिचौलिये हैं। जितेंद्र कुमार मंडल नेपाल का रहने वाला है।
श्री देव ने बताया कि गिरोह के सदस्य ज्यादातर उन युवाओं को अपना निशाना बनाते थे जो विदेशों में नौकरी की तलाश में रहते थे। गिरोह ने सबसे पहले नेपाली युवाओं को कनाडा में अच्छी नौकरी का झांसा देकर फंसाते थे। एजेंट नेपाल में ही ऐसे युवाओं से शुरुआती रकम लेकर बाद में उसके पासपोर्ट पर फर्जी वीजा लगाते और उसकी तस्वीर व्हाटसेप के जरिये नेपाल भेजते तथा बाकी रकम मंगा लेते थे।
उन्होंने कहा कि इस मामले में नेपाल की दूतावास की तरफ में अपराध शाखा को शिकायत मिली थी जिसमें फर्जी वीजा के नाम पर तीन नेपाली लोगों से 14-15 लाख रुपये ठगे गये थे। शिकायत मिलने के बाद सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) संदीप लांबा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। अपराध शाखा की टीम ने जांच के बाद पांच सितंबर को यहां से जितेंद्र उर्फ जीतू को गिरफ्तार किये और उससे मिली जानकारी के आधार पर अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि गिरफ्तार किये गये लोगों के पास से कई पासपोर्ट मिले जिस पर फर्जी वीजा लगा हुआ था। इसके अलावा 43 भारतीय/नेपाली पासपोर्ट, प्रिंटिंग मशीन, पासपोर्ट अधिकारियों के स्टाम्प तथा अन्य सामग्री बरामद की गयी है।


