पीएमजीकेएवाई बंद करने के फैसले का उचित दर के राशन दुकानदारों ने किया विरोध, आंदोलन की दी धमकी
उचित मूल्य दुकान के डीलरों ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को बंद करने के सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि इस कदम से उन्हें 484 करोड़ रुपये का नुकसान होगा

नई दिल्ली, 12 जनवरी: उचित मूल्य दुकान के डीलरों ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) को बंद करने के सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि इस कदम से उन्हें 484 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। अपने नुकसान की भरपाई के लिए, उन्होंने आगामी केंद्रीय बजट में वित्त मंत्रालय से उचित मूल्य की दुकानों के डीलरों के लिए प्रति माह 50,000 रुपये का मानदेय मांगा है।
ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के महासचिव बिश्वंभर बसु ने गुरुवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि, पिछले ढाई साल से अधिक समय से अस्तित्व में रहने के बाद जनवरी 2023 से इस योजना को बंद करने से देश भर के राशन दुकान मालिकों को बड़ा झटका लगेगा। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह देश भर में ''करो या मरो'' आंदोलन शुरू करेंगे और 7 फरवरी से 9 फरवरी तक 72 घंटे का राशन बंद सुनिश्चित करेंगे।
बसु ने कहा- इसके अलावा डीलर 20 मार्च को रामलीला मैदान में एक रैली भी करेंगे, जिसके बाद संसद तक मार्च निकाला जाएगा। सरकार ने पिछले महीने घोषणा की थी कि जनवरी 2023 से पीएमजीकेएवाई को बंद कर दिया जाएगा, लेकिन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लाभार्थियों को एक जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक एक वर्ष की अवधि के लिए मुफ्त राशन दिया जाएगा।
यह भी घोषणा की गई कि मुफ्त राशन योजना का नाम पीएमजीकेएवाई होगा।


