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रिक्त पदों पर नियुक्ति न मिलने से गेस्ट टीचर्स में रोष

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नए सत्र के प्रारंभ होते ही गेस्ट टीचर्स को हटाने का सिलसिला शुरू हो गया है

रिक्त पदों पर नियुक्ति न मिलने से गेस्ट टीचर्स में रोष
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नई दिल्ली। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नए सत्र के प्रारंभ होते ही गेस्ट टीचर्स को हटाने का सिलसिला शुरू हो गया है।

यह जानकारी देते हुए एक गेस्ट टीचर ने बताया कि एक तरफजहां पिछले सत्र में कार्यरत गेस्ट टीचर्स का अनुबंध एक जुलाई से रिन्यू करने के आदेश जारी किए गए हैं वहीं दूसरी ओर एक जुलाई से ही नई पोस्ट फिक्सेशन सेल लागू कर दी है जिससे कई गेस्ट टीचर्स को रिन्यूअल करने से पहले ही रिलीव कर दिया गया है। टीचर्स ने 31 जुलाई 2016 की छात्र संख्या के आधार पर बनी पीएफसी को एक जुलाई 2017 को लागू करने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अभी प्रवेश प्रक्रिया चल रही है जिसमें छात्र संख्या घट बढ़ सकती है ऐसे में इसका औचित्य क्या है?

इसके अलावा पीएफसी निर्धारण हेतु शिक्षा अधिकार अधिनियम के निर्धारित शिक्षक छात्र अनुपात मापदंडो के आधार पर परिवर्तन करने के लिए एक कमेटी का गठन किया है। ऐसी स्थिति में 2016-17 आधारित पीएफसी को नए सत्र में रिन्यूअल से पहले ही लागू करने पर गेस्ट टीचर्स ने आश्चर्य व्यक्त किया है।

गेस्ट टीचर्स ने कहा है कि एक ओर स्थाई शिक्षकों के सरप्लस की लिस्ट निकाली गई है तो दूसरी ओर स्थाई शिक्षकों के स्थानांतरण हेतु ऑन लाइन प्रक्रिया चल रही है। अब एक जुलाई से ही पीएफसी लागू कर गेस्ट टीचर्स को नौकरी से हटाया जा रहा है। एक तरफ सरप्लस गेस्ट टीचर्स हटा दिए गए हैं लेकिन जहां पद रिक्त हैं वहां उनको पुनर्नियुक्ति नही दी जा रही है जबकि दूसरी ओर विज्ञापन निकालकर नई गेस्ट टीचर्स भर्ती की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

पद रिक्त होने के बाद भी नियुक्ति नही दिये जाने से कई वर्षों से सेवारत गेस्ट टीचर्स में आक्रोश है और महिला शिक्षकों को शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों में धक्के खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। रिक्त पदों पर नियुक्ति न होने के चलते विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित होने तथा पाठ्यक्रम पिछड़ने की आशंका है।

गेस्ट टीचर्स ने स्थाई शिक्षक के आने पर गेस्ट टीचर्स के हटने के नियमों में संशोधन करने की मांग करते हुए कहा है कि 2014 में केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण ने अनुभव वरिष्ठता को वरीयता देते हुए भर्ती आदेश जारी किए थे लेकिन पीएफसी से हटाते समय अनुभव को नजरंदाज करते हुए कम मैरिट वालों को हटाया जा रहा है, जो अनुचित है।

नई पीएफसी लागू करने, अर्थशास्त्र व कॉमर्स के गेस्ट टीचर्स को 141 नए स्कूलों में खोले गए कॉमर्स संकाय में में रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ति प्रदान करने की मांग करते हुए शिक्षकों ने कहा कि पद रिक्त न होने की स्थिति में तो अन्य वांछित योग्यता रखने वाले सीनियर गेस्ट टीचर्स को दूसरे पद या विषय में समायोजित किया जाए।


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