फेसबुक फ्रेण्ड बनाकर 21 लाख की ठगी, नाइजीरियन ठग गिरफ्तार
फेसबुक में दोस्ती बढ़ाकर विदेश से सामान भेजने के नाम पर किश्तों में 21 लाख रूपए की ठगी के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की

सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर को बनाया था शिकार
कोरबा। एक सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर को फेसबुक में दोस्ती बढ़ाकर विदेश से सामान भेजने के नाम पर किश्तों में 21 लाख रूपए की ठगी के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। जिले में पहली बार किसी विदेशी नागरिक को गिरफ्तार कर दिल्ली से लाया गया।
जानकारी के अनुसार रामपुर पुलिस चौकी अंतर्गत एमपी नगर कालोनी के आवास क्रमांक-एलआईजी 06 निवासी श्रीमती मंजूला पाण्डेय पति स्व. जगदीश प्रसाद पाण्डेय 65 वर्ष के साथ ठगी की यह वारदात हुई थी। फेसबुक के माध्यम से विदेशी नाईजीरियन नान्ना वितुस इवेन्ना नामक व्यक्ति के द्वारा चार्ल्स वारेन बनकर मंजूला पाण्डेय से दोस्ती की गई।
जून 2017 से फेसबुक फे्र ण्ड बनने के बाद इनके मध्य लगातार चैटिंग हुई और करीबी बढ़ने पर मंजूला पाण्डेय को विश्वास में लेकर महंगे गिफ्ट, विदेशी सामान भेजने के नाम पर कस्टम अधिकारी बनकर मंजूला पाण्डेय से विभिन्न किश्तों में अलग-अलग खातोंं में लगभग 21 लाख रूपये जमा कराया। इसके बाद गिफ्ट नहीं पहुंचने पर ठगी का आभास हुआ तब मंजूला पाण्डेय ने इसकी रिपोर्ट रामपुर चौकी में दर्ज कराई।
पुलिस द्वारा विवेचना की जा रही थी। पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव, एएसपी कीर्तन राठौर के मार्गदर्शन में पुलिस व सायबर, क्राईम ब्रांच की टीम ने ठग नाईजीरियन को दिल्ली से धर दबोचा।
2007 से अवैध रूप से दिल्ली में रह रहा था
पुलिस ने बताया कि विशेष टीम ने दिल्ली के कई ठिकानों पर जाकर आरोपी की खोजबीन की और अंतत: धर दबोचा। आरोपी इवेन्ना मूलत: नाईजीरिया के लोगस सिटी का रहने वाला है और वर्ष 2007 से भारत में अवैध रूप से दिल्ली में रहकर अपने गिरोह के जरिए लोगों को फेसबुक फ्रेण्ड बनाकर विदेशी सामान भेजने और फिर कस्टम, एयरपोर्ट, क्राईम ब्रांच का फर्जी अधिकारी बनकर एवं फोन कर लाखों रूपए की ठगी को अंजाम देता था।
पुलिस टीम पुरस्कृत
इस पूरी कार्रवाई में कोरबा सीएसपी एस एस पैकरा, प्रशिक्षु डीएसपी शेर बहादुर सिंह, कोतवाली टीआई यदुमणी सिदार, प्रशिक्षु एसआई राजीव श्रीवास्तव, प्रधान आरक्षक कुलदीप तिवारी, आरक्षक संतोष तिवारी, गोपाल यादव, महिला आरक्षक रीता क्रिस्टेना, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक दुर्गेश राठौर, आरक्षक डेमन ओगरे, विकेश्वर प्रताप, रवि चौबे, महिला आरक्षक रेणु की सराहनीय भूमिका रही। पूरी टीम को पुलिस अधीक्षक ने नगद ईनाम से पुरस्कृत किया है।


