Top
Begin typing your search above and press return to search.

यमुना सफाई पर कुल खर्च 654 करोड़ रुपये हुए तो दिल्ली सरकार ने खर्च किए 35 करोड़ : संदीप दीक्षित

दिल्ली में छठ पर्व आते ही यमुना नदी पर राजनीती तेज हो गई है। भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी आंकड़ों के जरिए केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है।

यमुना सफाई पर कुल खर्च 654 करोड़ रुपये हुए तो दिल्ली सरकार ने खर्च किए 35 करोड़ : संदीप दीक्षित
X

नई दिल्ली: दिल्ली में छठ पर्व आते ही यमुना नदी पर राजनीती तेज हो गई है। भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी आंकड़ों के जरिए केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने दिल्ली मॉडल को घेरते हुए कहा, "केजरीवाल ने 8 साल केवल झूठे वायदे किए। अभी तक एक भी गंदे पानी साफ करने का कारखाना (एसटीपी) नहीं बनाया है।" इसके साथ ही संदीप दीक्षित ने केजरीवाल पर कुछ आंकड़े पेश किए हैं जिसमें बताया गया है की अभी तक नदी पर इतना पैसा खर्च हुआ है।

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा, "यमुना जी इतनी गंदी क्यों? अरविंद केजरीवाल ने 8 साल केवल झूठे वायदे किए। अभी तक एक भी गंदे पानी साफ करने का कारखाना (एसटीपी) नहीं बनाया है। यमुना सफाई पर कुल खर्च 654 करोड़ रुपये हुए हैं। इनमे से भारत सरकार का हिस्सा 619 करोड़ का है तो वहीं दिल्ली सरकार ने सिर्फ 35 करोड़ खर्च किया है। इससे सौ गुना तो इश्तहारों में खर्च, ये है असली दिल्ली मॉडल।"

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार पर छठ पूजा से पहले यमुना से झाग हटाने के लिए उसमें जहरीले रसायन का छिड़काव करने का आरोप लगाया था।

वहीं भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा, "भाजपा नेताओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में कुछ सीखना चाहिए। डीजेबी की 'एंटी-फोमिंग' रासायनिक तकनीक की सिफारिश केंद्र सरकार के एनएमसीजी (राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन) ने भी की है।"


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it