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ब्रिक्स प्रणाली का विस्तार स्वाभाविक और अपरिहार्य है : वांग यी

सीपीसी केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो के सदस्य, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 7 अगस्त को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से फोन पर बातचीत की

ब्रिक्स प्रणाली का विस्तार स्वाभाविक और अपरिहार्य है : वांग यी
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बीजिंग। सीपीसी केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो के सदस्य, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 7 अगस्त को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से फोन पर बातचीत की।

वांग यी के मुताबिक, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मार्च में रूस यात्रा के बाद से दोनों देशों ने रणनीतिक समन्वय और व्यावहारिक सहयोग में नई प्रगति की है। द्विपक्षीय व्यापार की मात्रा एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है, ऊर्जा सहयोग सुचारू रूप से चल रहा है, और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान बढ़ रहा है।

तथ्य बताते हैं कि चीन और रूस अच्छे दोस्त और साझेदार हैं। वर्तमान में सबसे महत्वपूर्ण कार्य दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच महत्वपूर्ण समानता को लागू करना जारी रखना है।

वांग यी ने बल दिया कि ब्रिक्स तंत्र युग की धारा के अनुरूप है, जो एक जीवंत शक्ति दिखा रहा है। 20 से अधिक देशों ने इस तंत्र में भाग लेने में रुचि व्यक्त की है। तंत्र का विस्तार स्वाभाविक एवं अपरिहार्य है।

चीन ब्रिक्स के अन्य सदस्यों के साथ दक्षिण अफ्रीका द्वारा एक सुव्यवस्थित शिखर सम्मेलन आयोजित करने का समर्थन करता है ताकि ब्रिक्स प्रणाली के स्वस्थ व जीवंत विकास को बढ़ावा मिले।

वहीं, सर्गेई लावरोव का कहना है कि रूस मार्च में राष्ट्रपति शी की रूस यात्रा के दौरान हासिल की गई उपलब्धियों को लागू करने के लिए तैयार है। संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स और एससीओ जैसे बहुपक्षीय ढांचे में चीन के साथ संपर्क मजबूत करके, रूस अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लोकतंत्रीकरण को बढ़ाना और अंतरराष्ट्रीय न्याय और निष्पक्षता की रक्षा करना चाहता है।

इसके अलावा, दोनों पक्षों ने यूक्रेन संकट आदि समान चिंता वाले अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों पर रायों का आदान प्रदान किया।


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