नियम कायदों को ताक पर रखकर दी जा रही कैदियों को छूट
मुख्यालय केंद्रीय जेल में बंदियों की मौत के मामले में बवाल मचने के बाद भी संभाग की ही एक जेल में लापरवाही की बातें सामने आ रही है

अंबिकापुर। मुख्यालय केंद्रीय जेल में बंदियों की मौत के मामले में बवाल मचने के बाद भी संभाग की ही एक जेल में लापरवाही की बातें सामने आ रही है दरअसल बलरामपुर लिए के रामानुजगंज उप जेल में इन दिनों नियम कायदों को ताक में रखकर कैदियों से मुलाकात का दौर चल रहा है।
जेल में पदस्थ प्रहरी आशीष गोपचे द्वारा शाम ढलने के बाद भी कैदियों से मुलाकात का मौका लोगों को दिया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों को जेल के अंदर खाने पीने की चीज बिना जांच पड़ताल के ही ले जाने की अनुमति दी गई है।
जेल प्रबंधन की मनमानी का यह खेल लम्बे समय से चल रहा है लेकिन जेल के अंदर चल रही लापरवाहियां अब बाहर आने लगी है और नगर में भी इसकी चर्चा जोरो पर है। वैसे तो रामानुजगंज जिला जेल और अव्यवस्थाओं का नाता काफी पुराना है।
जेल में पदस्थ जेलर मरकाम व जेल प्रहरी आशीष गोपचे वर्षों से यहाँ मिलीभगत कर अपनी मनमानी करते आ रहे है। जिला उप जेल में राशन खरीदी के लिए जारी किए गए टेंडर में गड़बड़ी व अन्य मनमानियों को लेकर तो आए दिन शिकायतें होती रहती है परन्तु इन दिनों केंद्रीय जेल में सुरक्षा मानकों को भी ताक पर रखने की बातें सामने आ रही है।
जिला उप जेल की क्षमता 210 कैदियों की है परन्तु वर्तमान में यहाँ 375 कैदी व विचाराधीन बंदी रह रहे है। इनमें से अनेकों कैदी नक्सल मामले में सक्रीय रहे है। बताया जा रहा है की रामानुजगंज जिला उप जेल में इन दिनों नियमों को ताक में रखकर जेलर व प्रहरी द्वारा चंद रुपयों के लिए देर शाम होने के बाद भी कैदियों से मिलने के लिए उनके परिजन व लोगों को अनुमति दी जा रही है।
जेल में कैदियों के लिए बिना जांच किए खाने पीने की चीजे अंदर लेजाने दी जा रही है जबकि इस बात से जेल प्रबंधन भी अच्छी तरह वाकिफ है की जेल में नक्सल घटनाओं में लिप्त आरोपियों के साथ ही कई नक्सली भी यहाँ बंद है। ऐसे में जेल प्रबधन की लापरवाह लापरवाही से जेल ब्रेक जैसी घटना हो सकती है।
जेलर और प्रहरी का गहरा नाता
खबर यह भी है कि मनमानी व लापरवाही के पीछे कहीं न कहीं उपजेल के जेलर की भूमिका भी संदिग्द है। उपजेल में नियमों को ताक पर रखने वाले जेल प्रहरी को जेलर का करीबी बताया जा रहा है। ऐसी स्थिति में यहां अविलंब प्रशासनिक कसावट लाना बेहद जरूरी माना जा रहा है।
कराई जाएगी जांच
लापरवाही के सम्बन्ध में केन्द्रीय जेल अंबिकापुर के अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड ने कहा की रामानुजगंज उपजेल में व्याप्त उक्त अनियमित्ता की शिकायत अब तक नहीं मिली हैं। मामले में शिकायत मिलने पर जांच करा तत्काल उचित कार्रवाई की जाएगी।
जेल अधीक्षक
मामला गंभीर
वही इस मामले में सरगुजा रेंज के आईजी हिमांशु गुप्ता ने कहा की मामले को दिखवाता हु। जेल में मिली शिकायतों की जांच कराई जाएगी।
हिमांशु गुप्ता आईजी


