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महाविद्यालयों में बनाया जाएगा उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण: प्रकाश पंत​​​​​​​

उत्तराखण्ड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने आज कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ऐसा शैक्षणिक वातावरण बनाने हेतु प्रयासरत

महाविद्यालयों में बनाया जाएगा उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण: प्रकाश पंत​​​​​​​
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हल्द्वानी। उत्तराखण्ड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने आज कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ऐसा शैक्षणिक वातावरण बनाने हेतु प्रयासरत है जिससे निकलने वाले छात्र-छात्राएं राष्ट्र के लिए एक उत्कृष्ट मानव संसाधन बन सकें।

उन्होंने कहा कि शिक्षा अर्जित करने का उद्देश्य महज रोजगार प्राप्त करने के लिए न होकर राष्ट्र निर्माण के लिए होना चाहिए। श्री पंत ने यहां इंदिरा प्रियदर्शिनी स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव नवप्रभात कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित करते हुए देवभूमि उत्तराखण्ड को बौद्धिक क्षमता की भूमि बताया।

उन्होंने कहा कि यहां से निकलकर देश दुनिया में नाम अर्जित करने वाली ख्याति प्राप्त बौद्धिक क्षमताओं का उपयोग करने के लिए राज्य सरकार रिवर्स माइग्रेशन की परिकल्पना के तहत कार्य कर रही है।

श्री पंत ने बताया कि सरकार वर्तमान वित्तीय वर्ष को रोजगार वर्ष के रूप में मनाने के साथ ही राज्य के 18 रोजगार कार्यालयों को करियर काउंसलिंग सेंटर के तौर पर विकसित करने जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के नौ लाख 23 हजार बेरोजगारों की करियर काउन्सिलिंग कराकर उनका उचित मार्गदर्शन कर दिशा देने की आवश्यकता है।

श्री पंत ने कहा कि प्रदेश की सरकार बेरोजगार युवक-युवतियों को पारदर्शी नियुक्ति प्रक्रिया के तहत सरकारी नौकरी मुहैया कराने हेतु कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में ऐसी परिस्थितियां एवं माहौल बनाने का प्रयास कर रही है जिसमें गरीब आदमी के बच्चों को भी बिना पैरवी के राजकीय सेवा प्राप्त हो सके। वित्त मंत्री ने महिला महाविद्यालय में डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना को आवश्यक बताते हुए प्राचार्य को आगणन बनाकर प्रेषित करने को कहा है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नेता प्रतिपक्ष एवं स्थानीय विधायक डा. इंदिरा हृदयेश ने महिला महाविद्यालय को फर्नीचर क्रय करने हेतु विधायक निधि से पांच लाख रुपये स्वीकृत करने की घोषणा की। श्रीमती हृदयेश ने राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों को शिक्षा में अग्रणी बताया।


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