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पादप प्रजनक डॉ. जॉनसन को एक्सिलेन्स इन रिसर्च अवार्ड

शासकीय कृषि महाविद्यालय रायपुर के आनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के पादप प्रजनक डॉ. पीएल जॉनसन को नेपाल में पिछले सप्ताह आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी ......

पादप प्रजनक डॉ. जॉनसन को एक्सिलेन्स इन रिसर्च अवार्ड
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दलहन फसलों में उल्लेखनीय अनुसंधान कार्य के लिए सम्मान

रायपुर। शासकीय कृषि महाविद्यालय रायपुर के आनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के पादप प्रजनक डॉ. पीएल जॉनसन को नेपाल में पिछले सप्ताह आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट-एक्सिलेन्स इन रिसर्च अवार्ड-2017 से सम्मानित किया गया है। डॉ. जॉनसन को विगत 12 वर्षों से दलहनी फसलों-चना, मूंग, उड़द, मटर इत्यादि में उल्लेखनीय अनुसंधान कार्य के लिए यह सम्मान मिला है। डॉ. जॉनसन ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित इंदिरा चना-1, इंदिरा उडद-1, तथा इंदिरा मटर-1 के विकास में सक्रिय योगदान दिया है। डॉ. जॉनसन के नेतृत्व में चने की नई किस्म इंदिरा चना-2 विकसित करने की प्रक्रिया चल रही है। इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में विश्वविद्यालय के तीन अन्य वैज्ञानिकों डॉ. जीवन लाल नाग, डॉ. ललित रामटेके एवं श्री एस.एस. पोर्ते को भी सम्मानित किया गया।

उल्लेखनीय है कि डॉ. जॉनसन ने 5जी इन्टरनेशनल कोर्स ऑन सीड जिन बैंक मेनेजमेन्ट एण्ड प्लान्ट एण्ड मेक्रो फंगस जेनेटिक रिर्सोसेस में हिस्सा लिया। यह अयोजन इन्टरनेशनल एग्रीकल्चर रिसर्च ट्रेनिंग सेन्टर इजमिर, टर्की में 8 से 12 मई को हुआ था। इस आयोजन में लगभग सात देशों के 10 वैज्ञानिकों ने विशेष प्रशिक्षण लिया। इस आयोजन में डॉ. जॉनसन ने छत्तीसगढ़ राज्य एवं भारत देश में दलहन अनुसंधान पर विशेष प्रकाश डाला तथा दलहन उत्पादन तकनीक की बारीकियों को विस्तार से बताया। इसमें बांग्लादेश, इजिप्ट, मोरक्को, अलजीरिया, अजरबेजान, सूडान एवं टर्की के कृषि विशेषज्ञ शामिल हुए।

उन्नत कृषि तकनीक के प्रति किसानों को प्रेरित करने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा कुलपति डॉ. एसके पाटील के मार्गदर्शन में डॉ. कृष्ण कुमार साहू, प्रमुख वैज्ञानिक तथा सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी द्वारा रचित गीत (चलौव-चलौव भई किसान) पर आधारित वीडियो की प्रस्तुति डॉ. जॉनसन ने की। समारोह में इस वीडियो की सराहना उपस्थित समस्त वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं आयोजक संस्थान के अधिकारियों ने की है। सभी ने एक मत से इस बात को स्वीकार किया कि इस वीडियो के माध्यम से रोचक एवं ज्ञान वर्धक प्रस्तुति दी गई है। सभी देशों के प्रतिनिधियों ने इस प्रकार की पहल अपने देशों की स्थानीय भाषाओं में करने की मंशा जाहिर की।

डॉ. जॉनसन एवं अन्य वैज्ञानिकों की उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील, संचालक अनुसंधान डॉ. जे.एस. उरकुरकर, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय रायपुर डॉ. एस.एस. राव, आनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एके सरावगी, मृदा विज्ञान एवं रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आरके बाजपेयी तथा विश्वविद्यालय परिवार ने बधाई दी।


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