मप्र में निर्वाचन आयोग करा रहा 101 क्षेत्रों की मतदाता सूची की जांच : कांग्रेस
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने यहां बताया कि भारत निर्वाचन आयोग मप्र के 101 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों की जांच घर-घरजा कर करवा रहा है

भोपाल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने यहां रविवार को बताया कि भारत निर्वाचन आयोग मध्य प्रदेश के 101 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों की जांच घर-घर जाकर करवा रहा है, जिनकी शिकायत कांग्रेस ने की थी। आयोग ने वस्तुस्थिति का ब्यौरा 20 जून तक मांगा है। आयोग ने पहले कांग्रेस द्वारा उठाए गए तथ्यों की जल्दबाजी में जांच कर उसे सीधे तौर पर नकार दिया था।
तन्खा ने बताया कि उन्होंने 13 जून को आयोग से मतदाता सूचियों की दोबारा जांच की मांग की थी, जिस पर आयोग ने उन्हें एक पत्र के जरिए बताया है कि जांच हो रही है। पत्र में लिखा गया है कि मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को फिर से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। शिकायत में उल्लिखित सभी 101 विधानसभा क्षेत्रों में जांच की जाएगी। जांच के दौरान डुप्लीकेट, अवैधानिक, दोहरे, अपात्र और झूठे अंकित मतदाताओं के नाम पाए जाने पर को देखा जाएगा।
तन्खा ने बताया है कि इन विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित जिला निर्वाचन अािकारियों द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं का भौतिक सत्यापन करवाया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट भारत निर्वाचन आयोग को 20 जून तक मिल जाएगी। आयोग ने लिखा है कि रिपोर्ट मिलने पर शिकायतकर्ताओं को सूचित किया जाएगा।
तन्खा ने बताया कि उन्होंने विगत 13 जून को भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मिलकर मध्य प्रदेश में 60 लाख फर्जी मतदाताओं की सूची की सघन और बारीकी से फिर से जांच कराए जाने का लिखित आग्रह किया था। आग्रह पत्र में लिखा गया था कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 101 विाानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में गड़बड़ी की शिकायत की थी, लेकिन केवल चार विधानसभा क्षेत्रों में जांच दल द्वारा जांच की गई, जो कि एक पक्षीय है।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस द्वारा उठाए गए तथ्यों की जल्दबाजी में किसी तरह जांच कर उसे सीधे नकार दिया जाना उचित नहीं है। अब आयोग भी मान रहा है कि हमारी शिकायत बेबुनियाद नहीं है।"
तन्खा के मुताबिक, कांग्रेस द्वारा आयोग को सौंपी गई मतदाता सूचियों की प्रतियां, सीडी और पेनड्राइव में उल्लिखित शिकायतों की दोबारा जांच कराई जा रही है।


