13 पेटियों में दस्तावेज लेकर पहुंची ईओडब्ल्यू की टीम
जल संसाधन विभाग में 96 करोड़ के एनीकट टेंडर में घोटाले के आरोप में को ईओडब्ल्यू की टीम ने अम्बिकापुर विशेष न्यायालय मेें आठ ठेकेदारों व तीन अफसरों के विरूद्ध एक लाख 26 हजार पेज का चालान पेश किया

अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के बहुचर्चित जल संसाधन विभाग में 96 करोड़ के एनीकट टेंडर में 9.65 करोड़ का घोटाले के आरोप में मंगलवार को ईओडब्ल्यू की टीम ने अम्बिकापुर विशेष न्यायालय मेें आठ ठेकेदारों व तीन अफसरों के विरूद्ध एक लाख 26 हजार पेज का चालान पेश किया। ईओडब्ल्यू की टीम तेरह पेटियों में दस्तावेज लेकर कोर्ट पहुंची। चालान के दौरान दोपहर 2 बजे तक कोई भी ठेकेदार व अफसर न्यायालय में पेश नहीं हुआ। गौरतलब है कि टेंडर घोटाले को लेकर ईओडब्ल्यू की टीम ने गत 5 अक्टूबर को आठ ठेकेदारों व पांच अफसरों को न्यायालय में पेश होने हेतु नोटिस भेजा था, लेकिन चालान पेश करने के दौरान न तो ठेकेदार और न ही अफसर न्यायालय में उपस्थित हुये। इन ठेकेदारों व अफसरों के विरूद्ध अब न्यायालय गिरफ्तारी वारंट जारी कर सकता है।
गौरतलब है कि अंबिकापुर जल संसाधन विभाग क्रमांक 1 में डेढ़ वर्ष पूर्व एनीकट के 96 करोड़ के टेंडर में शासन को 9.65 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। इस घोटाले में विभाग के 3 तीन अफसर व आठ ठेकेदारों के नाम शामिल हैं। जांच में घोटाले की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को ईओडब्ल्यू की 14 सदस्यीय टीम ने अंबिकापुर जिला न्यायालय के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम श्रीमती नीरू सिंह की अदालत में चालान पेश किया। इस कार्रवाई से अफसरों व ठेकेदारों में हड़कंप मचा हुआ है।
इस मामले में जल संसाधन विभाग में एनीकट के 96 करोड़ के टेंडर घोटाले में फरवरी 2016 में केस दर्ज किया गया था। इस टेंडर में सरकार को 9.65 करोड़ का नुकसान हुआ था। 10 अक्टूबर को ईओडब्ल्यू की 14 सदस्यीय टीम सुबह 10.30 बजे अंबिकापुर जिला न्यायालय में पहुंची। इस मामले में जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर एसके पाठक, रिटायर्ड, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर पीएन जांगड़े, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ओपी चंदेल के अलावा 8 ठेकेदारों के खिलाफ चालान पेश किया गया है। ईओडब्ल्यू की टीम में एसपी अरविंद कुजूर, डीएसपी अशोक जोशी, टीआई व विवेचना अधिकारी संजय देवस्थले, फरहान कुरैशी, नरेंद्र बंछोड़, रविशंकर तिवारी, अभियोजन अधिकारी ईओडब्ल्यू सुमन कुमार एक्का सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं।


