ईवीएम से मतदान अब लोकतंत्र के लिए खतरा : अखिलेश
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया। उन्होंने कहा कि कैराना और नूरपुर उपचुनाव में ईवीएम और वीवीपीपैट में मशीनों की खराबी होने से यह साबित हो गया है कि ये मशीनें अब भरोसे के लायक नहीं रहीं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "ईवीएम से मतदान होना लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा कर रही है। हमारी मांग है कि चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए। बैलेट पेपर से चुनाव होने पर लोकतंत्र मजबूत होगा और लोगों का भरोसा बढ़ेगा। सभी विपक्षी पार्टियां भी ईवीएम के खिलाफ एकजुट हो जाएं, क्योंकि अब ये भरोसे के लायक नहीं रहीं या कर दी गई हैं।"
अखिलेश ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी के कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह स्मृति दिवस पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद पत्रकार वार्ता में कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव लोकतंत्र को और ज्यादा मजबूती प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा, "मेरी समझ से ईवीएम से मतदान होना लोकतंत्र के लिए खतरा है। मेरी ये मांग है कि आने वाले सभी चुनाव बैलट पेपर से होने चाहिए। कल उपचुनाव के मतदान में जिस तरह से मशीनों की खराबी की शिकायतें आई हैं, उससे लगता है कि भाजपा ने एक रणनीति के तहत जहां-जहां सपा-रालोद या गठबंधन के वोट ज्यादा है, वहां-वहां मतदान को प्रभावित करने के लिए ऐसे काम जानबूझ कर कराए गए।"
अखिलेश ने कहा कि जनता ने भाजपा को नकार दिया है, इसलिए वह मतदान को प्रभावित कर जीतना चाहती है। लोग कह रहे हैं कि स्ट्रेटजी के तहत काम हुआ है। जहां पर रालोद और सपा के वोट ज्यादा थे, वहां पर मशीनें ज्यादा खराब थीं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी वेंकटेश्वलु ने सफाई दी कि गर्मी की वजह से मशीनें खराब हुईं, क्या पहले कभी गर्मियों में मतदान नहीं हुआ था?
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मतदान से ठीक एक दिन पहले मेरठ में रोड शो किया और कैराना और नूरपुर के उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए बगल के बागपत में जनसभा की। मोदी उपचुनाव पर असर डाल रहे थे, तो सीएम योगी भी वैसा ही करने लगे।
गर्मी से वोटिंग मशीनों में खराबी के निर्वाचन आयोग के दावे पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अगर गर्मी से मशीनें खराब हो रही थीं, तो मशीनें सिर्फ उन्हीं बूथों की क्यों खराब हुईं, जहां भाजपा को कम वोट मिलने थे और जहां गठबंधन मतदाताओं के क्षेत्र थे।
भाजपा के ईवीएम की शिकायत लेकर पहुंचने पर अखिलेश ने कहा कि जब सभी लोग शिकायत लेकर निर्वाचन आयोग गए, तो पीछे से भाजपा वाले भी शिकायत करने पहुंच गए। अब बात की जा रही है कि गर्मी की वजह से मशीन खराब हो गई। आज के जमाने में ये बात करना मजाक है, लेकिन जनता ने भाजपा के खिलाफ वोट कर उसे मजा चखा दिया है।
अखिलेश ने कहा, "जानबूझकर जनता के ऊपर लाठीचार्ज हुआ, लेकिन मुझे खुशी है कि जनता ने वोट कर भाजपा को अपना जवाब बता दिया है। जब परिणाम आएंगे, तब सब साफ हो जाएगा।"
सपा प्रमुख ने उम्मीद जताई कि कैराना और नूरपुर में प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को दोबारा मतदान का मौका मिलेगा।
किसानों का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि सरकार ने गन्ना किसानों को नहीं बताया कि बकाया पैसा कब तक दिया जाएगा। यही कारण है कि रणनीति के तहत रोड शो भी किया गया।
सरकारी बंगला खाली करने के सवाल पर अखिलेश ने कहा, "अगर आपकी नजर में कोई घर हो तो बता दें, हम घर खाली करना चाहते हैं पर हमें समय चाहिए। हमने सुप्रीम कोर्ट से सिर्फ घर खाली करने के लिए समय की मांग की है।"
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वह लोकसभा चुनाव जरूर लड़ेंगे। किस सीट पर लड़ेंगे, यह पार्टी तय करेगी।


