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बिहार में भाजपा की वर्चुअल रैली असंवेदनशीलता का प्रमाण : ललन कुमार

राष्ट्रीय स्तर पर करीब 2 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हैं और 5815 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि बिहार में अबतक लगभग चार हजार लोग कोरोना से संक्रमित हैं और 24 लोगों की माौत हो चुकी है।

बिहार में भाजपा की वर्चुअल रैली असंवेदनशीलता का प्रमाण : ललन कुमार
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पटना | अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के नेता ललन कुमार ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरा होने पर जश्न मनाने और सोशल मीडिया के जरिए वर्चुअल रैली के आयोजन को भाजपा के नेताओं की असंवेदनशीलता का प्रमाण बताया है।

कुमार ने बुधवार को यहां कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर करीब 2 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हैं और 5815 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि बिहार में अबतक लगभग चार हजार लोग कोरोना से संक्रमित हैं और 24 लोगों की माौत हो चुकी है।

उन्होंने कहा, "लॉकडाउन की वजह से सड़क और ट्रेन हादसों में 80 श्रमिकों की मौत हुई है। इस तरह की स्थिति में मोदी सरकार के छह साल पूरे होने पर जश्न मनाने तथा गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष ज़े पी़ नड्डा की वर्चुअल रैली करने का फैसला जनता खासकर गरीबों श्रमिकों के प्रति उसके असंवेदनशील होने का प्रमाण है।"

कांग्रेस के ललन कुमार ने भाजपा से पूछा, "आखिर किस बात का वह जश्न मनाना चाहती है। पिछले छह वर्षो में देश में सरकार के फैसलों से गरीब, मजदूरों, किसानों, छात्रों, मध्यम वर्ग, निम्न मध्यम वर्ग के लोगों पर लगातार चोट किया गया है। महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। क्या अमित शाह समेत उसके अन्य नेता वर्चुअल रैली के माध्यम ऐसे लोगो की तकलीफों पर नमक छिड़कना चाहते हैं।"

ललन कुमार ने कहा कि भाजपा नेताओं को राजनीतिक भाषणों के बजाय बिहार के गरीबों, प्रवासी श्रमिकों, बेरोजगार युवकों के रोजगार के उपाय- प्रबंध और उनके खाते में तत्काल 10 हजार रुपये भेजने की व्यवस्था करनी चाहिए थी।

उल्लेखनीय है कि भाजपा ने इस महीने बिहार में दो वर्चुअल रैली करने की घोषणा की है।


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