भारत में हर वर्ष डेढ़ लाख की होती है मौत, पांच लाख होते हैं घायल
18वें विश्व सड़क सम्मेलन (डब्ल्यूआरएम) का आयोजन पहली बार 14 से 17 नवम्बर तक इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित किया जा रहा है।

ग्रेटर नोएडा। 18वें विश्व सड़क सम्मेलन (डब्ल्यूआरएम) का आयोजन पहली बार 14 से 17 नवम्बर तक इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित किया जा रहा है। चार दिवसीय सम्मेलन का शीर्षक है क्रॉसरोड-डब्ल्यूआरएम 2017, में दुनियाभर के देशों में सड़क परिवहन और मोबिलिटी सेक्टर में सक्रिय एक हजार ग्लोबल रोड से टी एक्सपर्ट, प्रोफेशनल्स, कंपनियां, सरकारी संगठन भाग लेंगे।
दुनिया के 86 देशों तथा 6 महाद्वीपों में सुरक्षित सड़क और सुरक्षित मोबिलिटी को बढ़ावा देने के काम में लगी जेनेवा स्थित इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) द्वारा आयोजित इस चार दिवसीय सड़क सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी करेंगे।
डब्ल्यूआरएम 2017 सुरक्षित सड़क व स्मार्ट मोबिलिटी आर्थिक विकास के इंजन के थीम पर फोकस करेगा। बैठक के बाद चर्चा पर आधारित 2040 तक सड़क पर मौतों की समाप्ति नामक संयुक्त घोषणापत्र भी जारी किया जाएगा। भारत में हर वर्ष डेढ़ लाख की मौत व पांच लाख लोग घायल होते हैं, फिनलैड में सबसे कम दुर्घटना होती है।
स्वीडेन में सड़क दुर्घटना जीरो है, मौत न के बराबर है। प्रेस वार्ता में केके. कपिला, चेयरमैन, इंटरनेशनल रोड़ फेडरेशन (आईआरएफ) ने कहा कि इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) का क्रॉसरोड्स-डब्ल्यूआरएम इस क्षेत्र के अग्रणी लोगों, व्यवसायियों तथा संगठनों के बीच आइडिया के विस्तार को बढ़ावा देने का वैश्विक मंच है साथ ही हरेक के लिए मोबिलिटी को वास्तविक धरातल पर लाने हाईटेक कंपनियों, क्षेत्र के अग्रणी विशेषज्ञों तथा सरकारों को आपस में जोड़ने का काम करता है।
सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार ने डब्ल्यूआरएम 2017 को अपना समर्थन जारी किया है। मंत्रालय वर्ष 2020 तक देश में सड़क पर होने वाली मौतों को 50 फीसदी तक घटाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सड़क सुरक्षा के लिए यूएन के डिकेड ऑफ एक्शन का हस्ताक्षरी होने के नाते इसके लिए वचनबद्ध है।


