रायपुर में हर रोज तीन लोगों के खाते हो रहे खाली, दो माह में 150 केस दर्ज
साइबर ठगी के शिकार 21 लोगों के पुलिस ने वापस कराए 2 लाख 23 हजार रुपये

रायपुर। राजधानी में आनलाइन ठगी की शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही है। एटीएम फ्राड के साथ ही विभिन्न एप डाउनलोड करवाने के नाम पर लोगों के खाते से पैसे उड़ाए जा रहे। वहीं पढ़े.लिखे लोग ठगों के जाल में फंस जा रहे। अब तक कई लोगों को आनलाइन ठग अपना शिकार बना चुके हैं। हालांकि पुलिस की साइबर सेल लगातार इस प्रकार के मामलों पर नजर बनाए हुए है।
अलग.अलग तरीके से फंसा रहे
मिले आंकड़े के अनुसार राजधानी हर रोज औसतन तीन लोग ठगों के जाल में फंस रहे हैं। महज दो माह में 150 केस सामने आए हैं। हालांकि साइबर सेल ने 21 केस में दो लाख 32 हजार 020 रुपये वापस करवाए हैं। वहीं ठगी का आंकड़ा लगभग 25 लाख रुपये है। साइबर ठग अलग.अलग तरीके से अपने जाल में फंसा रहे हैं। लोग आसानी से फंस भी जा रहे। उल्लेखनीय है कि दो माह में सबसे ज्यादा केस केवायसी अपडेट करवाने के नाम पर और क्रेडिट कार्ड अपडेट करवाने के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया।
ऐसे कर सकते हैं बचाव
किसी भी क्यूआर कोड व यूपीआइ पिन का उपयोग सिर्फ पेमेंट करने के लिए होता है।,. मैसेज लिंक को ओपन करने से बचे। किसी को ओटीपी न बताएं।, नंबर में एसएमएस अलर्ट आन रखेंए ताकि पैसे के लेन देन की जानकारी प्राप्त होती रहे।,. एटीएम पिन और इंटरनेट बैंकिंग का पासवर्ड किसी से साझा न करें।. डेबिट.क्रेडिट कार्ड के सीवीवी नंबर को ट्रांजेक्शन के समय हाइड करके रखें।,. मोबाइल में किसी भी तरह के एप्लिकेशन इंस्टाल करने से बचें । गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च न करेंए सिर्फ कंपनी की आफिशियिल वेबसाइट पर ही सर्च करें। कैशबैक आफर या डिस्काउंट आदि के लिए कूपन कोड या अन्य किसी लालच में फंसने से बचें। आनलाइन ठगी और बैंकिंग संबंधी फ्रॉड होने पर तुरंत बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से शिकायत के लिए टोल.फ्री नंबर 155260 पर शिकायत करें।
किया जा रहा है जागरूक
लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आन लाइन ठगी से बचने के लिए जागरूकता जरूरी है। वहीं घटना होने पर तत्काल शिकायत दर्ज करवाएं। समय पर शिकायत मिलने से पैसे वापस होने की संभावना बढ़ जाती है।
- गिरीश तिवारी प्रभारी, साइबर सेल


