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टिकरी बॉर्डर दुष्कर्म मामले के प्रत्येक आरोपी को पकड़ा जाएगा : विज

किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आई पश्चिम बंगाल की 25 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज सख्त हो गए हैं

टिकरी बॉर्डर दुष्कर्म मामले के प्रत्येक आरोपी को पकड़ा जाएगा : विज
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चंडीगढ़। किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आई पश्चिम बंगाल की 25 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज सख्त हो गए हैं। अनिल विज ने मामले को लेकर स्पष्ट कर दिया है कि एक-एक दोषी को पकड़ा जाएगा।

इस मामले में छह आरोपियों को नामजद किया गया है। विज ने कहा कि आंदोलन की आड़ में ऐसे जघन्य अपराध निंदनीय हैं।

विज ने अंबाला शहर में मीडिया से कहा, प्रत्येक आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।

राज्य पुलिस ने पीड़ित के पिता की शिकायत पर छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिन्होंने आरोप लगाया है कि किसान सोशल आर्मी से जुड़े आरोपी 10 अप्रैल को पश्चिम बंगाल से ट्रेन में उसके साथ आए थे।

अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान महिला का यौन उत्पीड़न किया गया और बॉर्डर पर पहुंचने पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।

पुलिस के अनुसार, 25 अप्रैल की रात को पीड़िता को कोरोनावायरस के इलाज के लिए बहादुरगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 30 अप्रैल को उसकी मौत हो गई।

अपनी शिकायत में पीड़िता के पिता ने मुख्य आरोपी अनिल मलिक और अनूप सिंह पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनकी बेटी का अपहरण करने की कोशिश भी की थी।

अन्य आरोपी अंकुश सांगवान, कविता, जगदीश बरार और योगिता हैं।

इस मामले की जांच कराने के लिए सरकार द्वारा डीसीपी (बहादुरगढ़) की अगुवाई में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।

वहीं प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों का समूह संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने एक बयान में कहा है कि वह अपनी मृतक महिला सहकर्मी को न्याय दिलाने के लिए उसके परिवार से साथ एकजुट है। किसान मोर्चा ने कहा है कि न्याय के लिए इस लड़ाई को लेकर वह प्रतिबद्ध है।

यह भी बताया गया कि तथाकथित किसान सोशल आर्मी के टेंट और बैनर आदि हटा दिए गए हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि आरोपियों पर जारी आंदोलन में प्रतिबंध लगा दिया गया है और उनके सामाजिक बहिष्कार के लिए सार्वजनिक अपील भी की गई है। एसकेएम ने स्पष्ट किया है कि किसान सोशल आर्मी कभी भी एसकेएम की अधिकृत सोशल मीडिया आवाज नहीं रही है और इसके किसी भी हैंडल का उससे कोई लेना-देना नहीं है।

एसकेएम ने मृतक सहकर्मी के परिवार को हर संभव कानूनी मदद का आश्वासन भी दिया है।

बयान में कहा गया है कि एसकेएम इस मामले की सच्चाई सामने लाने में पुलिस के साथ भी पूरा सहयोग करेगा।


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