हर 10 मिनट में होता है एक साइबर अपराध : रक्षित टंडन
एनसीआर में हर 10 मिनट में 1 साइबर अपराध होता है
नोएडा। एनसीआर में हर 10 मिनट में 1 साइबर अपराध होता है। साइबर अपराध से बड़े उद्योगो से लेकर छोटे उद्योगों तक को खतरा है। लोग अक्सर स्वयं के लिए एथिकल हैकर शब्द का प्रयोग करते है, लेकिन एथिकल हैकर जैसा कुछ नहीं होता है। अक्सर देखा गया है कि साइबर अपराध में अधिकतम युवा ही शामिल होते है।
इस समय हम सभी साइबर अपराध के ज्वालामुखी पर बैठे है। सभी लोग नवीनतम तकनीक को प्रयोग कर स्मार्ट उपयोगकर्ता बने। उक्त बातें साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ व सलाहकार रक्षित टंडन ने कहीं। वे सेक्टर-125 स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में (साइबरस्पेस में चुनौतियां के विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा किए 4 से 5 सालों में जीतना विकास डिजिटल भारत से हुआ है उसे पहले इतना विकास नहीं हुआ था। रोजाना साइबर पर आधरित शिकायतें आती है। लोगों को साइबर कानून के बारे में जानकारी नहीं होती है। वर्ष 2017 में भारत में 22782 साइबर अपराध केस हुए है।
साइबर लॉ व ई-कॉमर्स के क्षेत्र में वकील विशेषज्ञ पवन दुग्गल ने कहा कि जब भी आप किसी एप्प में साइन इन करते है तो आप अपना सारा डेटा उस कंपनी के हवाले कर देते है और वहीं आपकी निजी जानकारी निजी नहीं रहती है। प्रति व्यक्ति के डेटा की कीमत मात्र 1 पैसा होती है इसलिए सदैव सतर्क रहे और अपना मोबाइल व पासवर्ड किसी को न दे। किसी पर भी विश्वास न करें। जिस किसी के पास भी स्मार्ट फोन है इसका अर्थ है कि वह साइबर के अंतर्गत है। किसी को भी किसी प्रकार के संदेश, फोटो आदि भेजने में सावधानी रखे, अन्यथा इससे बड़ी समस्या भी खड़ी हो सकती है।
एमिटी एजुकेशन ग्रुप के सीआईओ डॉ. जेएस सोढ़ी ने कहा कि साइबरस्पेस में चुनौतियां सबसे अहम है। लेकिन आज के दौर में इस महत्वपूर्ण विषय को विषय इतनी अहमियत नहीं मिलती जितनी मिलनी चाहिए। हम सभी को यह गलतफहमी है कि हम सब साइबर के तहत सुरक्षित है, लेकिन ऐसा नहीं है। इंटरनेट के साथ अनेक प्रकार की चुनौतियां जुड़ी है। लगभग सभी देशों के लिए उसका महत्वपूर्ण इंफ्रारास्ट्रक्चर की सुरक्षा अहम है।


