कोंडागांव और कवर्धा में लग रहे एथेनॉल प्लांट, महंगे पेट्रोल से मिलेगी राहत : भूपेश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गन्ना और मक्का से एथेनॉल (पेट्रोल जैसा फ्यूल) बनाने के प्लांट लगाए जा रहे हैं

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गन्ना और मक्का से एथेनॉल (पेट्रोल जैसा फ्यूल) बनाने के प्लांट लगाए जा रहे हैं। मक्का से एथेनॉल बनाने का कारखाना कोंडागांव और गन्ने से एथेनॉल बनाने का प्लांट कवर्धा में लग रहा है। जल्द ही इन जगहों से प्रोडक्शन शुरू होगा। एथेनॉल का इस्तेमाल गाडिय़ों में पेट्रोल की तरह ही किया जा सकेगा और लोगों को महंगे पेट्रोल से राहत मिलेगी। इसकी कीमत 50 से 60 रुपए के आस-पास हो सकती है। इस वक्त पेट्रोल के लिए लोगों को 111 रुपए देने पड़ रहे हैं।
शुक्रवार को रायपुर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने यह बात कही। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान धान से एथेनॉल बनाने को लेकर कहा कि हमारा तीन साल पुराना प्रस्ताव है भेजने वाली बात ही नहीं है, पहले से प्रस्ताव है । जब से हमारी सरकार बनी है उसके दूसरे महीने ही प्रस्ताव भेज दिया था कि हमें धान से एथनॉल बनाने की अनुमति दिया जाए । ये अनुमति नहीं मिली है इसका रेट भी तय नहीं किया गया है। यदि धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति मिलती है तो इससे केंद्र, राज्य सरकार, किसान और आम आदमी का अधिक फायदा होगा। क्योंकि यहां धान की पैदावार अधिक है। इस पर केंद्र सरकार को अधिक ध्यान देना चाहिए।
अब सांसदों को निपटाने की तैयारी
बूथ में कितने हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई और अन्य धर्मों को मानने वाले मतदाता हैं। इसकी जानकारी जुटाने के लिए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह फॉर्म दिया गया है, जिसमें डाटा भरने के बाद इसे वापस जमा करना है। इसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा संगठन विधायकों की तो पहले ही टिकट काट चुका है। यहां के विधायकों से कह दिया गया है कि आपको टिकट नहीं मिलेगा। अब सांसदों को निपटाने की तैयारी चल रही है, इसलिए ये काम उन्हें सौंपा जा रहा है। अब जैसे-तैसे करके सांसदों से पार्टी पीछा छुड़ाना चाह रही है। इसलिए ऐसा कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री से हमारी कोई दुश्मनी थोड़े ही है
मुख्यमंत्री ने भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर कहा कि केंद्रीय मंत्रियों से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है। हमारा कहना है कि राज्यों का हक नहीं मारा जाना चाहिए। उन केंद्रीय मंत्रियों से हमारी कोई व्यक्तिगत तो लड़ाई है नहीं, हमारा क्या लेना देना है। लेकिन हमारा लेना देना छत्तीसगढ़ से है। यदि राज्य के हितों पर कुठाराघात मंत्री के विभाग के द्वारा होगा तो हम बोलेंगे। और हम बोलेंगे तो उन्हें लगेगा कि विरोध कर रहे हैं। अब कल नितिन गडकरी यहां घोषणा करके गए कि 1 लाख करोड़ की सडक़ बनाकर देंगे तो हम प्रशंसा कर रहे हैं, अच्छी बात है कि ये छत्तीसगढ़ को मिलेगा।


