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इटावा: सरकारी अस्पताल में हडकंप डाक्टरों का इस्तीफा

केवल छह डाक्टरों पर पूरे अस्पताल की जिम्मेदारी आ गई है, डाक्टरों की इस कार्यवाही से स्वास्थ्य महकमे परेशान

इटावा: सरकारी अस्पताल में हडकंप डाक्टरों का इस्तीफा
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इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिला मुख्यालय पर स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल(पुरूष) के आठ विशेषज्ञ डाक्टरो ने काम के बोझ से तंग आकर सामूहिक रूप से अपना इस्तीफा दे दिया है।

डाक्टरों के इस्तीफे के बाद अब केवल छह डाक्टरों पर पूरे अस्पताल की जिम्मेदारी आ गई है। डाक्टरों की इस कार्यवाही से स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मच गया।

डा. भीमराव अम्बेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.एस एस.भदौरिया ने आज बताया कि शुक्रवार को आठ विशेषज्ञ डाक्टरों ने सामूहिक रूप से अपना इस्तीफा उनको सौंपा है।

उन्होने बताया कि त्याग पत्र देने वालों में रेडियालाजिस्ट डां0 पारितोष शुक्ला, आई सर्जन डां0 संजीव कुमार, डां0 मोहित सिंघल, डां0 जयदेश कुमार, आर्थो सर्जन डां0 विष्णु मेहरोत्रा, डां0 अभिषेक स्वर्णकार, सर्जन डां0 पीयूष तिवारी और डां0 मंगल सिंह शामिल है।

डां0 भदौरिया ने बताया कि इस्तीफा देने वाले अस्पताल में कार्यरत आठ विशेषज्ञ डाक्टरों ने अत्यधिक काम के कारण डयूटी करने में समर्थता जतायी है।

उन्होने बताया कि चिकित्सको का आरोप है कि काम के बोझ को कम करने के लिये शासन द्वारा उचित व्यवस्था न करने के कारण सेवा से सामूहिक त्याग पत्र दिया है।

सभी डाक्टरो ने सीएमएस/सीएमओ को दिए गए त्याग पत्र में लिखा है कि जिला चिकित्सालय में कार्यरत सभी चिकित्सक, पोस्टमार्टम, इमरजेंसी, बीआरसी कैम्प, कोर्ट डयूटी, जेल डयूटी, विकलांग बोर्ड, वीआईपी डयूटी, तहसील दिवस, ओपीडी, ओटी, नसबंदी केन्द्र तथा स्वास्थ्य मेले में लगने वाली डयूटी के कारण अत्याधिक कार्य का दबाव महसूस कर रहे है जिससे मानसिक तथा शारीरिक रूप से परेशान है।


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