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प्लास्टिक प्रदूषण पर लगाम लगाने का ये है पर्यावरण मंत्री का प्लान
प्लास्टिक बनाने वाली कम्पनियां निष्पादन कंपनी को अनुबंधित करेंगी। दोनों का शासकीय पंजीयन होगा और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निगरानी रखी जायेगी

गजेन्द्र इंगले
भोपाल: मध्य प्रदेश में अब प्लास्टिक वेस्ट से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्लास्टिक उत्पादक कंपनियों को ही निष्पादन की जिम्मेदारी दी गई है। मध्य प्रदेश के पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग ने पर्यावरण विभाग और मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए यह जानकारी साझा की। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि यह कम्पनियां निष्पादन कंपनी को अनुबंधित करेंगी। दोनों का शासकीय पंजीयन होगा और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निगरानी रखी जायेगी।
आगे जानकारी देते हुए हरदीप डंग ने बताया कि उद्योगों को 30 दिन के अंदर एनओसी जारी की जा रही है। कोई भी प्रकरण लंबित नहीं है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को प्राप्त होने वाली स्थापना सम्मति, उत्पादन सम्मति और सम्मति नवीनीकरण इत्यादि का निपटारा तुरंत किया जा रहा है। ऐसे उद्योग और संस्थान, जिन्होंने जानकारी के अभाव में बोर्ड से सम्मति या प्राधिकार प्राप्त नहीं किया है, ‘विवाद से विश्वास’ योजना में आवेदन करने पर न्यायालयीन कार्यवाही न करते हुए उन्हें भी अनुमति प्रदान की जा रही है।
बैठक में मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव चन्द्र मोहन ठाकुर, एप्को के कार्यकारी निदेशक एम आर खान और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रबंध संचालक कर्मवीर शर्मा मौजूद रहे।
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