खुले जानवर से पूरा देश परेशान छग मॉडल को लागू करे : भूपेश
पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने मुख्यमंत्री ने दिए संकेत

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश के चुनावी दौरे से आज रायपुर पहुंचे। इस दौरान श्री बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा।
उत्तर प्रदेश में आवारा पशु ओ की समस्या पर भूपेश ने कहा हम लोग शुरू से यह बात कर रहे हैं कि यह जो आवारा पशु है यह अब पूरे देश की समस्या बन गई है। उत्तर प्रदेश में हम लोगों ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में इसको लेकर हम लोगों ने व्यवस्था की है। लोकसभा की टीम भी छत्तीसगढ़ आकर अध्ययन करके गई है। उसने कहा देशभर में लागू करना चाहिए। गुजरात की टीम आई थी, उन्होंने कहा की योजना बहुत अच्छी है, इसको लागू करना चाहिए। अब जाकर प्रधानमंत्री ने भी स्वीकार कर लिया है यह एक समस्या है, जिसका निदान होना चाहिए। उन्होने कहा है कि 10 मार्च के बाद इस पर विचार करेंगे। मुख्यमंत्री ने श्री मोदी से कहा छग माडल को लागू करना चाहिए।
श्री बघेल ने कहा इस समस्या की देन भारतीय जनता पार्टी की है। बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद वाले हैं। 5 साल पहले आवारा पशुओं की परेशानी नहीं थी। उत्तर प्रदेश में मवेशी बाजार को आप बंद कर दिए, मवेशी के जो क्रय-विक्रय होता था उसको बंद कर दिया गया। जो भी मवेशी लेकर जा रहे हैं, उसको बंद कर दिया जा रहा है। कत्लखाने ले जा रहे हैं करके लोगों की पिटाई भी की है, एफ आई आर भी किया गया, हत्या भी हो गई, उससे पैसे भी वसूले गए।
जिससे उन लोगों ने मवेशी का व्यापार करना बंद कर दिया, बाजार भी बंद हो गया। जानवर जाएगा कहां आपको आवश्यकता है। और आप खरीद नहीं पा रहे हैं, मुझे बेचना है,लेकिन बेच नहीं पा रहा हूं। स्थिति यह है कि वह खेतों पर हैं, आज की समय में खेतों को बचाना मुश्किल है।उन्होंनेे कहा कि मैं मोदी जी से कहूंगा कि इन बजरंगियों को संभाले, लोग खेत को संभालने के लिए परेशान हो रहे हैं। कल को लोग अपने मोहल्लों के खेत और घर को लेकर परेशान रहेंगे।
पहले जब हम लोगों ने कहा, तब लोगों की समस्या समझ में नहीं आ रही थी। जब मवेशियों को बाजार बंद हो गया तो लोगों को समझ में आया कि समस्या कितना विकराल हो गई है। आज स्थिति यह है कि पूरे उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले, किसी भी गांव में चले जाइए लोग छुट्?टा जानवरों से परेशान हैं। फसल बचाने के लिए कडक़ड़ाती ठंड में रात-रात भर दिन-दिन भर जागकर फसल बचा रहे हैं। यह राष्ट्रव्यापी समस्या है। दूसरे राज्यों में छुट्?टा जानवरों में 3त्न की कमी आई। उत्तर प्रदेश में यह 17त्न वृद्धि दर्ज की गई है। यह लगातार बढऩे वाला है। समस्या और विकराल होगी। इसके जनक कोई हैं तो यही लोग हैं। हम तो समाधान निकाल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चार चरण के चुनाव हो गए तीन चरण के चुनाव बचे हैं। कुल मिलाकर भाजपा वाले कोशिश कर रहे थे कि जाति और धर्म पर चुनाव हो, लेकिन अब वहां जाति और धर्म पर चुनाव नहीं हो रहा है, बल्कि पार्टी के जो उम्मीदवार है, उसके छवि के आधार पर हो रहा है। पिछली बार भाजपा के विधायक लहर में जीत तो गए थे, लेकिन इन विधायको ने क्षेत्र में 5 साल कोई काम नही किया। जनता नाराज है जिससे भाजपा विधायक को उठक बैठक करना पड़ रहा है। अब दिखाई देने लगा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार तो जाने वाली है।
यूक्रेन में फंसे लोगों पर कहा यह चिंता का विषय है, हमारे बच्चे 20,000 से अधिक वहां फंसे हुए हैं। हमारे राज्य के भी छात्र फंसे हुए हैं हम लोगों ने जो टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं, उसमें 17 लोगों ने संपर्क भी किया है। हर स्तर पर हम मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत सरकार के विदेशी दूतावास से लगातार संपर्क कर रहे हैं कि कैसे हम अपने विद्यार्थियों को वापस छत्तीसगढ़ ला सकें। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय मेे कुल पति की नियुक्ति पर कहाजो आवाज उठाई गई वह राजभवन तक पहुंची उसमें सफलता भी मिली सबको बधाई। राकेश टिकैत के साथ छग के किसानों की मुलाकात पर कहा जिससे चाहे किसान मिल सकते हैं प्रजातांत्रिक देश है।
अलग-अलग जिलों के दौरे को लेकर कहा कि विधानसभा सत्र के बाद दौरे पर जाऊंगा कल बिलासपुर का दौरा रहेगा। दौरे में जाऊंगा तो नरवा गरवा घुरवा बारी, किसान नौजवान व्यापारी कार्यकर्ता श्रमिक महिला छात्र-छात्राओं पालक को सभी से बात करेंगे तो चीजों की जानकारी मिलेंगी। जिनोम सीच्ेंसिंग लैब की मांग पर कहा कि अब तीसरी लहर भी धीरे धीरे कम हो रही है परमिशन आया है या नहीं आया है यह हमें स्वास्थ्य विभाग से पता चलेगा।
वित्तीय स्थिति की समीक्षा के बाद पुरानी पेंशन पर फैसला
पुरानी पेंशन बहाली से जुड़े एक सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, देने का काम हम लगातार कर रहे हैं। कोरोना काल में भी हमने कर्मचारियों का वेतन नहीं रोका। छह राज्यों में तो 30त्न वेतन कटौती हुई थी। राजस्थान ने पुरानी पेंशन बहाल किया है तो अब चर्चा शुरू हुई है। उत्तर प्रदेश में मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य की वित्तीय स्थिति समीक्षा के बाद जो संभव हो पाएगा करेंगे। वित्तीय स्थिति जैसी होगी उस आधार पर निर्णय लिया जाएगा।


