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ओडिशा हैंडलूम की ब्रांड एंबेसडर बनीं माधुरी दीक्षित, राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस पर मिला एक्ट्रेस को तोहफा

बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई। उन्हें राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस 2025 के भव्य आयोजन के मौके पर ओडिशा हैंडलूम की ब्रांड एंबेसडर घोषित किया गया

ओडिशा हैंडलूम की ब्रांड एंबेसडर बनीं माधुरी दीक्षित, राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस पर मिला एक्ट्रेस को तोहफा
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राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस 2025 के भव्य आयोजन पर ओडिशा हैंडलूम की ब्रांड एंबेसडर बनीं माधुरी दीक्षित

भुवनेश्वर। बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई। उन्हें राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस 2025 के भव्य आयोजन के मौके पर ओडिशा हैंडलूम की ब्रांड एंबेसडर घोषित किया गया।

यह ऐलान ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में हुए एक विशेष समारोह में किया गया, जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और कपड़ा एवं हैंडलूम मंत्री प्रदीप बाला सामंत भी मौजूद रहे।

मंत्री प्रदीप बाला सामंत ने माधुरी दीक्षित की नियुक्ति की औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम ओडिशा की पारंपरिक बुनाई और हस्तशिल्प विरासत को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

माधुरी दीक्षित ने भी राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए मंच से एक भावुक और प्रेरणादायक भाषण दिया। इसमें अभिनेत्री ने ओडिशा के कारीगरों की मेहनत और पारंपरिक बुनाई की जमकर तारीफ की।

एक्ट्रेस ने कहा, "यह मेरे लिए सम्मान और आनंद का विषय है कि आज मैं केवल एक कलाकार नहीं, बल्कि ओडिशा की जीवंत विरासत की एक प्रशंसक के रूप में आपके सामने खड़ी हूं। यहां के हर धागे, हर वस्त्र में ओडिशा की आत्मा बसती है।"

उन्होंने बोमकाई साड़ी और संबलपुरी वस्त्रों का विशेष रूप से जिक्र करते हुए बताया कि ये कपड़े केवल परिधान नहीं, बल्कि पीढ़ियों की मेहनत, संस्कृति और पहचान के प्रतीक हैं।

एक्ट्रेस ने कहा, "यह सिर्फ कपड़े नहीं हैं, यह ओडिशा की रचनात्मकता, सहनशीलता और आत्मा के जीवित प्रमाण हैं।"

माधुरी दीक्षित ने पारंपरिक कारीगरी और शिल्प को संरक्षित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए सभी से अपील की कि वे ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करें और इसे अपनाएं।

एक्ट्रेस ने कहा, "जब हम हैंडलूम चुनते हैं, तो हम गरिमा चुनते हैं। जब हम अपने कारीगरों का समर्थन करते हैं, तो हम अपनी विरासत की रक्षा करते हैं। और जब हम ओडिशा को पहनते हैं, तो हम गर्व पहनते हैं। आइए मिलकर गर्व से कहें, ओडिशा रा अस्मिता।"


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