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बर्थ डे स्पेशल: सूसन की 'एरिका केन' वाली शोहरत, दिल की जंग और साहस की कहानी

सूसन लुची हॉलीवुड में एक ऐसा नाम है जिन्होंने टेलीविजन से लेकर बड़े पर्दे तक पर धमाल मचाया

बर्थ डे स्पेशल: सूसन की एरिका केन वाली शोहरत, दिल की जंग और साहस की कहानी
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नई दिल्ली। सूसन लुची हॉलीवुड में एक ऐसा नाम है जिन्होंने टेलीविजन से लेकर बड़े पर्दे तक पर धमाल मचाया। 23 दिसंबर 1946 में प्रसिद्ध अभिनेत्री सूसन लुची का जन्म हुआ था। दशकों तक चले टीवी शो ऑल माई चिल्ड्रन में एरिका केन के रूप में उन्होंने जो पहचान बनाई, वह अमेरिकी पॉप कल्चर का स्थायी हिस्सा बन गई। एरिका केन सिर्फ एक किरदार नहीं था, बल्कि महत्वाकांक्षा, ग्लैमर, साजिश और भावनात्मक उतार-चढ़ाव का ऐसा चेहरा था, जिसने दर्शकों को पीढ़ियों तक बांधे रखा।

सूसन लुची का करियर आसान नहीं रहा। लंबे समय तक उन्हें एमी अवॉर्ड के लिए नामांकन मिलता रहा, लेकिन जीत नहीं मिली, और यही संघर्ष उनकी छवि का हिस्सा बन गया। अंततः जब उन्होंने एमी अवॉर्ड जीता, तो वह पल सिर्फ एक अभिनेत्री की जीत नहीं था, बल्कि धैर्य और निरंतरता की मिसाल बन गया। उनके अभिनय ने यह साबित किया कि टीवी कलाकार भी उतनी ही गहराई और प्रभाव छोड़ सकते हैं जितना फिल्मी सितारे।

उनके जीवन और संघर्ष को समझने के लिए उनकी आत्मकथा “ऑल माई लाइफ: अ मेमोयर” एक महत्वपूर्ण दस्तावेज मानी जाती है। इस किताब में सूसन लुची ने अपने करियर की अनकही कहानियां, निजी जीवन के उतार-चढ़ाव और हॉलीवुड के चमकदार लेकिन कठिन संसार की सच्चाइयों को बेहद ईमानदारी से साझा किया है। यह पुस्तक न सिर्फ उनके प्रशंसकों के लिए, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा है जो लंबे संघर्ष के बावजूद अपने सपनों से समझौता नहीं करते।

78 साल की खूबसूरत अदाकारा अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की ब्रांड एम्बेसडर भी हैं और अपने अनुभव के आधार पर महिलाओं को दिल का ख्याल रखने की हिदायत देती हैं। 2018 में दिल से जुड़ी एक दिक्कत का शिकार हुईं और बाद में तीन स्टेंट लगवाए।

कहती हैं, "याद है कि अक्टूबर में मैं और मेरे पति एक रेस्टोरेंट में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। वेटर हमारे पास आ रहा था, तभी मुझे अपने सीने पर थोड़ा दबाव महसूस हुआ, जो मैंने पहले कभी महसूस नहीं किया था। यह बहुत हल्का था, इसलिए मैंने सोचा, 'यह यूं ही होगा।' मैंने सोचा कि यह छुट्टियों का स्ट्रेस है। इसलिए मैंने इसे नजरअंदाज कर दिया, जैसा कि हममें से कई औरतें करती हैं। मैंने बस सोचा, 'यह ठीक हो जाएगा।'"

यही घटना कुछ हफ्ते भर बाद रिपीट हुई। बाद में एक स्कैन से पता चला कि लुची को 90 प्रतिशत ब्लॉकेज था। उनकी मेडिकल टीम के अनुसार, अगर उन्होंने अपने लक्षणों पर ध्यान नहीं दिया होता, तो हो सकता है वो नींद से कभी जाग नहीं पाती।


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