तिलक, तराजू और तलवार का नारा भूला नहीं है प्रबुद्ध समाज : सिद्धार्थनाथ
प्रबुद्ध सम्मेलन के जरिए सवर्णो को लुभाने की बसपा की कोशिशों को छलावा करार देते हुए उप्र में योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ ने कहा कि तिलक तराजू और तलवार को नारा ब्राहृमण समाज भूला नहीं है

लखनऊ। प्रबुद्ध सम्मेलन के जरिए सवर्णो को लुभाने की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की कोशिशों को छलावा करार देते हुए उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि तिलक तराजू और तलवार को नारा ब्राहृमण समाज भूला नहीं है।
श्री सिंह ने मंगलवार को कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती को सिर्फ दौलत से प्यार है। बसपा आज ब्राह्मण समाज के हित में दुबली हुई जा रहीं हैं जबकि उत्तर प्रदेश का समाज ‘तिलक, तराजू और तलवार इनको मारे जूते चार’ का नारा भूला नहीं है। वह सुश्री मायावती के बहकावे में आने वाला नहीं है।
उन्होने बसपा प्रमुख पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रंग बदलने में सुश्री मायावती का कोई जवाब नहीं है लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। उनके मुंह से जय श्रीराम और जय परशुराम के नारे अच्छे नहीं लगते। सत्ता में रहते हुए उन्होने स्मारक बनाने के अलावा क्या किया। यहां तक कि खुद का भी स्मारक बना डाला। ये स्मारक भी घोटाले के साबित हुए।
श्री सिंह ने कहा कि सामाजिक भेदभाव की तो बसपा प्रमुख जीती जागती मिसाल हैं। उनकी सामाजिक समरसता की बातें सिर्फ दिखावा हैं। भाजपा के लिए सामाजिक समरसता सिर्फ नारा नहीं है। भाजपा इसको जीती है। पहली बार बिना भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र को मिलना इसका सबूत है।


