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नींद से जागे ऊर्जा मंत्री, महीनों बाद याद आई जलभराव की समस्या
सदाशिव नगर में देर शाम जन चौपाल लगाकर आम नागरिकों की समस्याओं को सुना तथा जलभराव की समस्या के निराकरण के लिए नगर निगम के अमले को 24 घंटे का समय देते हुए कहा कि 24 घंटे के अंदर जलभराव की समस्या का निराकरण करें

ग्वालियर: सांप निकलने पर लकीर पीटने की कहावत तो आपने सुनी ही होगी, लेकिन इस कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर। ऐसा इसलिए क्योंकि 8 अगस्त को मंत्री जी जिम्मेदार अधिकारियों को जलभराव की समस्या के निराकरण के लिए 24 घण्टे का अल्टीमेटम दे रहे हैं। देशबंधु सम्वाददाता गजेंद्र इंगले द्वारा कुछ माह पहले ही मंत्री जी को अवगत कराया गया था कि शहर में जगह जगह जलभराव की समस्या है, उस वक्त उन्होंने गम्भीरता से न लेते हुए सवाल को टाल दिया था। अब मॉनसून लगभग जाने को है। और मंत्री जी को जलभराव की समस्या अब याद आ रहीं है।
हुआ यूँ कि प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने आज ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सदाशिव नगर में देर शाम जन चौपाल लगाकर आम नागरिकों की समस्याओं को सुना तथा जलभराव की समस्या के निराकरण के लिए नगर निगम के अमले को 24 घंटे का समय देते हुए कहा कि 24 घंटे के अंदर जलभराव की समस्या का निराकरण करें और क्षेत्र के किसी भी घर में बारिश के दौरान जलभराव की स्थिति ना बने यह सुनिश्चित करें। जन चौपाल के दौरान कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती नीतू माथुर, एसडीएम अतुल सिंह, अपर आयुक्त श्री आरके श्रीवास्तव, मुनीष सिंह सिकरवार सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं क्षेत्रीय नागरिक उपस्थित रहे। य़ह जिन अधिकारियों के नाम दिए हैं वे भी कमाल हैं, इन्होने भी शहर के जलभराव की समस्या से निपटने के पुख्ता इंतजाम समय रहते नहीं किए।
अब सवाल य़ह उठता है कि मंत्री जी ज़न समस्या को लेकर इतने ही सम्वेदना शील हैं तो मॉनसून से पहले ही उन्होंने जलभराव की समस्या का समाधान करने के लिए निर्देश क्यों नहीं दिए? उन्होंने समय रहते समस्या को गम्भीरता से क्यों नहीं लिया ? खैर शुक्र है इन्द्रदेव का जो इस साल बारिश क्रम हुई और शहर के हालात बेकाबू नहीं हुए।
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