आपातकाल की जंग हिटलर से औरंगजेब तक पहुंची
आपातकाल के 43 साल पूरे होने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा जहां काला दिवस मना रही है। वहीं कांग्रेस भाजपा पर लगातार पलटवार कर रही है

मुंबई। आपातकाल के 43 साल पूरे होने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा जहां काला दिवस मना रही है। वहीं कांग्रेस भाजपा पर लगातार पलटवार कर रही है। इस कड़ी में सबसे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आपातकाल को लेकर इंदिरा गांधी की तुलना हिटलर से कर दी थी। इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री मोदी ने आपातकाल को काला दिन बताया। वहींदूसरी ओर मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने मोदी की तुलमा औरंगजेब से कर दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 1975-77 का आपातकाल 'काला दौर' था, जिसे देश कभी भूल नहीं सकता। मोदी ने लेखन, बहस, विचार-विमर्श और सवालों के जरिए लोकतंत्र को मजबूत बनाने का आह्वान किया और संविधान व लोकतंत्र की रक्षा की प्रतिबद्धता जताई। इसके साथ ही मोदी ने कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं पर हमला बोला।
गांधी-नेहरू परिवार के किसी भी सदस्य का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस की आलोचना करने के लिए काल दिवस नहीं मना रही है, बल्कि युवाओं को आपातकाल के दौरान क्या हुआ, यह बताने के लिए मना रही है।
औरंगजेब से भी ज्यादा क्रूर तानाशाह हैं मोदी : सुरजेवाला
वहींआपातकाल की 43वीं बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जोरदार हमले किए हैं। इसके जवाब में कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी को औरंगजेब से भी ज्यादा क्रूर बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि दिल्ली के सुल्तान औरंगजेब से भी ज्यादा क्रूर तानाशाह मोदी जी ने देश को 43 साल पहले के आपातकाल का पाठ पढ़ाया। क्या कांग्रेस पर भड़ास निकालने से मोदी जी के जुल्म पे पर्दा डल सकता है? सुरजेवाला ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी का वही हश्र होगा जो दूसरे तानाशाहों का हुआ है। औरंगजेब ने तो पिता को बंधक बनाया था। आज के औरंगजेब मोदी ने तो पूरे लोकतंत्र को ही बंधक बना लिया है।


