भाजपा शासित गुजरात में आपातकाल जैसे हालात: सपा
गुजरात में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के आंदोलन को तर्कसंगत ठहराते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित गुजरात इन दिनो आपातकाल जैसे हालात से जूझ रहा है

इलाहाबाद। गुजरात में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के आंदोलन को तर्कसंगत ठहराते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित गुजरात इन दिनो आपातकाल जैसे हालात से जूझ रहा है।
अहमदाबाद में उपवास कर रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल से मुलाकात कर लौटे सपा के फूलपुर सांसद नागेन्द्र सिंह पटेल ने यहां कहा कि महात्मा गांधी की धरती पर जहां लोग अपनी आवाज को धरना, भूख हड़ताल और प्रदर्शन कर बुलंद करते थे, वहां लोकतंत्र की हत्या हो रही है। गुजरात में हार्दिक से मुलाकात के लिए जितनी आैपचारिकताओं के बीच से जनता को गुजरना पड़ रहा है शायद उतनी कवायद तो किसी जघन्य अपराधी से मुलाकात के लिए नहीं उठानी पडती।
उन्होने कहा कि किसानों, गरीबों एवं पाटीदार समाज के लिए आरक्षण की मांग को लेकर उपवास कर रहे हार्दिक का स्वास्थ्य निरंतर गिरता जा रहा है। डाक्टरों ने पिछले दिनों गिरते स्वस्थ्य को लेकर चिंता जाहिर की थी।
पटेल ने बताया कि युवा नेता हार्दिक पटेल से मुलाकात करने के लिए उनको भी कड़े पूछताछ के दौर से गुजरते हुए लोकसभा का पहचान पत्र दिखाने के बाद ही अन्दर जाने दिया गया। उनके पास पहुंचने के बाद वहां की स्थिति-परिस्थिति देखने के बाद लगा कि अब लोकतंत्र और प्रजातंत्र नहीं रह गया। वहां की स्थिति तो आपातकाल जैसी है।
सपा नेता ने बताया कि पूरे क्षेत्र की बैरीकेडिंग की गयी है। जिस तरह से चुनाव आयोग चुनाव के दौरान रिकार्डिग करवाती है ठीक उसी प्रकार से रिकार्डिंग के बाद लोगों को हार्दिक से मिलने दिया जाता है।
सांसद ने बताया कि गुजरात मॉडल की बात जो उठती थी उससे लगता था कि वहां जरूर कुछ ऐसा है जिससे उसे देश में मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाता रहा है। लेकिन वहां की असलियत देखने के बाद महसूस किया कि हमें वैसा गुजरात मॉडल नहीं चाहिए।
उन्होंने केन्द्र एवं गुजरात सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसानो, छोटे व्यापारियों, गरीबों, मजदूरों, नवजवानों की आवाज
उठाने वाले नेताओं के साथ संवेदनहीनता का व्यवहार कर रही है। देश में हार्दिक पटेल जैसे तमाम नौजवानों की आवाज को दबाने का कुचक्र रचा जा रहा है। डा़ भीमराव अम्बेड़कर के बनाये कानून की भाजपा अवहेलना कर रही है।
पटेल ने हालांकि किसी का नाम लिये बगैर कहा कि गुजरात में केवल दो लोगों का नाम चलता है उसके अलावा विधायक और सांसद का कोई महत्व नहीं है।


