डीएनडी से जोड़ा जाएगा एलिवेटिड रोड
एलिवेटिड रोड का अब एक्सटेंशन किया जाएगा

गाजियाबाद। एलिवेटिड रोड का अब एक्सटेंशन किया जाएगा। इस रोड को डीएनडी से जोड़ने पर विचार किया जा रहा है। इतना ही नहीं एनसीआर प्लॉनिंग सैल ने इस संबंध में शासन को पत्र लिखा है। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के सुझाव पर इस रोड के विस्तार की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा गया है। साथ ही केंद्र सरकार से भी इसके विस्तार का अनुरोध किया गया है।
खास बात यह है कि जीडीए ने इस विस्तार में अनुमानित खर्च के चलते फिलहाल चुप्पी साध ली है। जीडीए सीएटीपी इश्तियाक अहमद ने एलिवेटिड रोड को आगे तक बनाने पर किए जा रहे विचार की पुष्टि की है। जीडीए वीसी रितु माहेश्वरी इस संबंध में अफसरों के साथ एक खास बैठक भी कर चुकी है।
बता दें कि जीडीए द्वारा यातायात जाम को दूर करने के लिए राजनगर एक्सटेंशन से यूपी गेट तक एलिवेटिड रोड बनाने का डिजायन साल 2013 में तैयार कराया गया था। इस प्रोजेक्ट की लागत अधिक होने की वजह से जीडीए ने एनसीआर प्लॉनिंग बोड से लोन भी लिया। अब इस प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा हैै। इस प्रोजेक्ट की वर्तमान लागत 1442 करोड़ है। इसकी लम्बाई 9.4 किलोमीटर है। यह छह लेन चौड़ा बनाया जा रहा है।
इस प्रोजेक्ट का काम नवयुगा कन्सट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है। एक पिलर पर इस रोड़ को बनाया जा रहा है। अगले साल जनवरी में इस रोड़ पर वाहन चलाने की जीडीए की योजना है। एनसीआर प्लॉनिंग बोर्ड़ का मानना है कि मेरठ से आने वाले पूरे वाहनों को यूपी गेट पर पहुंचाने से दिल्ली की यातायात व्यवस्था चरमरा जाएगी। वाहनों का बोझ दिल्ली की सड़कों पर बढ़ने से समस्या हल होने की बजाया बढ़ जाएगी।
बोर्ड ने शासन को पत्र भेजकर सुझाव दिया है कि एलिवेटिड रोड़ को डीएनडी से लिंक कर दिया जाए तो यातायात हवा में ही घूम जाएगा और बारामूला से होते हुए गाजियाबाद का कोई भी व्यक्ति बहुत कम समय में दिल्ली में पहुंच सकेगा। यूपी गेट से डीएनडी के बीच की दूरी करीब छह सात किलोमीटर है। एलिवेटिड रोड़ के वितर पर अनुमान के तौर पर एक हजार करोड़ खर्च आ सकता है। इसके जुड़ने से नीचे की सड़कों पर यातायात का दबाब भी नहीं आएगा।
शासन को पत्र भेजकर इस रोड़ के विस्तार की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराने का अनुरोध किया गया है। बताया गया है कि इस विस्तार के लिए नोएडा के अलावा डीडीए की साझेदारी संभव है।


