ईवीएम और वीवीपैट खराब होने की चुनाव आयोग ने शुरू की जांच
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू तथा दो अन्य अधिकारियों ने आज सहारनपुर पहुंचकर कैराना लोकसभा उपचुनाव में मतदान के दौरान खराब हुई ईवीएम और वीवीपैट के बारे में जानकारी हासिल की

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू तथा दो अन्य अधिकारियों ने आज सहारनपुर पहुंचकर कैराना लोकसभा उपचुनाव में मतदान के दौरान खराब हुई इलेक्ट्रॉनिक्स वोटिंग मशीन(ईवीएम) और वीवीपैट के बारे में जानकारी हासिल की।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि लू ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने लोकसभा उपचुनाव के दौरान 28 मई को 73 बूथों पर खराब हुई ईवीएम और वीवीपैट की जांच की। वेंकटेश्वर लू के साथ इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड (ईसीआईएल) के उपमहाप्रबंधक और ईवीएम प्रभारी भी मौजूद थे।
सूत्रों ने बतया कि सहारनपुर जिला अधिकारी प्रमोद पाण्डेय ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी लू को बताया कि उनके पास 1100 वीवीपैट मशीनें थीं। 764 मशीनें मतदान के लिए बूथों पर लगाई थीं। बाकी मशीनें आरक्षित थीं। मतदान के दौरान खराब होने पर 249 वीवीपैट मशीनें बदली गई थीं। इन मशीनों के बड़े स्तर पर खराबी के कारण मतदान बुरी तरह से प्रभावित हुआ था।
चुनाव आयोग ने वीवीपैट की तकनीकी खराबी को ठीक करने के लिए छह-छह इंजीनियर भी नियुक्त किए हुए थे। जिलाधिकारी की रिपोर्ट पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी लू ने 30 मई को सहारनपुर के 68 बूथों और शामली जिले के पांच बूथों समेत कुल 73 बूथों पर पुनर्मतदान के आदेश दिये थे। सहारनपुर में वीवीपैट मशीनों की जांच को चुनाव आयुक्त के साथ आए कंपनी के अधिकारियों ने मशीनों की जांच के बाद कहा कि मशीनों पर रोशनी पड़ने से उनकी रीडिंग बदल जाती है और प्रिंटिंग पर फर्क पड़ता है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी लू के साथ बैठक में सहारनपुर के आयुक्त सी पी त्रिपाठी, जिलाधिकारी प्रमोद पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी संजीव रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार, उपजिलाधिकारी सी पी सिंह, नकुड़ के उपजिलाधिकारी युवराज सिंह तथा एसडीएम सदर संगीता मौजूद थे।


