दिव्यांग मतदाताओं को वोट डालने में सक्षम बनाने में जुटा निर्वाचन आयोग
निर्वाचन आयोग एक गहन खाका तैयार करेगा जिसका लक्ष्य 2019 लोकसभा चुनाव और इसके बाद अन्य चुनावों में दिव्यांगों को वोट डालने में और अधिक सक्षम बनाने का होगा

अगरतला। निर्वाचन आयोग एक गहन खाका तैयार करेगा जिसका लक्ष्य 2019 लोकसभा चुनाव और इसके बाद अन्य चुनावों में दिव्यांगों को वोट डालने में और अधिक सक्षम बनाने का होगा। एक अधिकारी ने शनिवार को यहां इस बात की जानकारी दी। त्रिपुरा के मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीराम तरनीकांति ने यहां मीडिया को बताया, "निर्वाचन आयोग ने सभी राज्यों से कहा है कि वह दिव्यांग मतदाताओं का एक गहन खाका तैयार करें ताकि ऐसे ज्यादा से ज्यादा मतदाता भावी चुनावों में अपना वोट डाल सके।"
उन्होंने कहा, "दिव्यांग मतदाताओं के लिए अधिकतर मतदान केंद्रों पर वॉलेंटियर्स को तैनात करने के साथ-साथ विशेष प्रबंध किए जाएंगे।"
तरनीकांति ने कहा, "चुनाव अधिकारियों को हमेशा देखना चाहिए कि कहीं किसी मतदान केंद्र पर उनके लिए विशेष प्रबंधों में कोई कमी तो नहीं है।"
उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य प्रत्येक और दिव्यांग मतदाता के लिए उनसे संबंधित या निकटतम मतदान केंद्रों पर उपयोगकर्ताओं के अनुकूल विशेष व्यवस्था करना है।"
2011 जनगणना के मुताबिक, देश में 2.68 करोड़ लोग दिव्यांग थे, जो कि 121 करोड़ की आबादी का 2.21 फीसदी था। कुल दिव्यांगों में से 56 फीसदी आबादी (1.5 करोड़) पुरुषों और 44 फीसदी महिलाओं (1.18 करोड़) की है।
त्रिपुरा चुनाव विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "2.68 करोड़ दिव्यांग लोगों में से करीब 1.75 करोड़ वोट देने में सक्षम हैं।"


