एकता ट्रेन यात्रा वाराणसी से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए रवाना
ट्रेन में वाराणसी के अलावा पटेल के संसदीय क्षेत्र मिर्जापुर समेत पूर्वांचल के हजारों महिला एवं पुरुष सवार हैं

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को गुजरात में दुनिया की सबसे ऊंची भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर (करीब 600 फीट) की प्रतिमा का एक भव्य समारोह में अनावरण करेंगे, जिसमें शामिल होने के लिए उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत पूर्वांचल के हजारों लोग मंगलवार को यहां ‘एकता ट्रेन यात्रा’ से रवाना हुए।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने दुल्हन-सी सजी एक विशेष ट्रेन को वाराणसी (कैंट) रेलवे स्टेशन पर हरी झंडी दिखाकर बड़ोदरा के लिए रवाना किया।
‘सरदार पटेल अमर रहे’ के जयकारे के बीच ट्रेन रवाना करने के बाद पटेल ने संवाददाताओं को बताया कि विशेष ट्रेन में उत्तर प्रदेश के किसान, नौजवान एवं महिलाएं भारत रत्न वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के ऐतिहासिक समारोह का हिस्स बननेंगे।
समारोह में शामिल होने को लेकर वे बेहद उत्साहित थे। इसी वजह से पहले ही पूरी ट्रेन की बुकिंग करा ली गई थी।
उन्होंने बताया कि मोदी भारत महान स्वतंत्रता सेनानी वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा उनकी 143वीं जयंती पर राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसे नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित साधू बेट नामक टापू पर स्थित है।
गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को इस विशालकय प्रतिमा का शिलान्यास किया था।
‘भारत के लौह पुरुष और बिस्मार्क’ के नाम मशहूर सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को वर्तमान गुजरात के नडियाद में हुआ था और 15 दिसंबर 1950 को करीब 75 वर्ष की आयु में मुंबई में निधन हुआ था।
उन्होंने 15 अगस्त 1947 से 15 दिसंबर 1950 तक देश के उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का कार्यभार सफलता पूर्वक संभाला।
वर्ष 1991 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (मरणोपरांत) से नवाजा गया।


