Top
Begin typing your search above and press return to search.

कोरोना संकट के बीच देशभर में मनाया गया ईद उल फितर का त्याेहार, जश्न रहा फिरा

देश और दुनिया में शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ ईद उल फितर का त्याेहार मनाया गया लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस खुशी के अवसर पर भी अपने घरों में ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ा

कोरोना संकट के बीच देशभर में मनाया गया ईद उल फितर का त्याेहार, जश्न रहा फिरा
X

नयी दिल्ली। देश और दुनिया में शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ ईद उल फितर का त्याेहार मनाया गया लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस खुशी के अवसर पर भी अपने घरों में ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ा।

राजधानी के ऐतिहासिक जामा मस्जिद समेत देश की अधिकतर मस्जिदें कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से बंद हैं और लोग ईद उल फितर पर भी अपने घरों में ही नमाज अदा कर रहे हैं। लोग महामारी को देखते हुये सादगी के साथ और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये भाईचारे का यह त्योहार मना रहे हैं।

लोगों ने घर पर ही नमाज अदा करने के बाद परिजनों और पड़ोसियों को ईद की बधाई दी। इसके बाद लोगों ने फोन और सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों से रिश्तेदारों, दोस्तों और शुभचिन्तकों को ईद की खुशियां साझा की और मुबारकबाद दी।

देश में इस अवसर पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने देशवासियों को ईद उल फितर की बधाई दी है।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आपसी भाईचारे के त्योहार ईद उल फितर की देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। राष्ट्रपति कोविंद ने आज ट्वीट कर कहा,“ सभी देशवासियों को ईद मुबारक। यह त्योहार, आपसी भाईचारे और मेल-जोल की भावना को मजबूत करने तथा स्वयं को मानवता की सेवा करने के लिए फिर से समर्पित करने का अवसर है।” उन्होंने कहा, “आइए, हम कोविड-19 से निपटने के लिए सभी नियमों के पालन करने का तथा समाज एवं देश की भलाई के लिए काम करने का संकल्प लें।”

उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने देशवासियों को ईद उल फितर की शुभकामनाएं देते हुये उनके लिए शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना की है। नायडू ने आज अपने संदेश में कहा कि ईद-उल-फितर रमज़ान के पवित्र माह के समाप्त होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है और यह सामुदायिक भाईचारे तथा एकजुटता का प्रतीक है। यह त्योहार जीवन में करुणा, परोपकार और उदारता की भावना और महत्व को सुदृढ़ करता है। उन्होंने कहा, “ईद-उल-फितर के आनंदमय अवसर पर मैं अपने देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ।” उप राष्ट्रपति ने कहा,“ मैं कामना करता हूँ कि ईद-उल-फितर से जुड़े महान आदर्श हमारे जीवन को शांति, सद्भाव और मानवता की भावना से समृद्ध करेंगे।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को ईद-उल-फितर की बधाई देते हुये ट्वीट कर कहा,“ ईद-उल-फितर के शुभ अवसर पर शुभकामनाएं। मैं सभी के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं। हम एकजुट होकर संयुक्त प्रयासों से वैश्विक महामारी को दूर कर सकते हैं और मानव कल्याण को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर सकते हैं, ईद मुबारक।”

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ईद-उल-फितर के मुबारक मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए सभी से कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन कर महामारी से सुरक्षित रहने का आग्रह किया है। सोनिया गांधी ने आज यहां एक संदेश में कहा, “ भाईचारे, त्याग एवं उल्लास का यह त्योहार सभी के लिए उत्तम स्वास्थ्य, सुख एवं समृद्धि ले कर आये और देश में व्याप्त बीमारी, चिंता और निराशा के माहौल का अंत करे। सभी से गुज़ारिश की है कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए ईद घर पर ही मनाएं और संक्रमण से बचाव के सभी निर्देशों तथा नियमों का पालन करते हुए खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखें।”

राहुल गांधी ने भी देशवासियों को ईद मुबारक़ देते हूए ट्वीट किया, “ इस मुश्किल समय में भाईचारे से एक-दूसरे की मदद करना ही हर धर्म-मजहब की सीख है-यही हमारे देश की परम्परा रही है। आप सभी को ईद मुबारक।”

इस बीच, राजस्थान में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की नगरी अजमेर में आज ईद उल फितर का त्योहार मुस्लिम समाज घर पर ही रहकर धार्मिक रस्म अदायगी के साथ खुशनुमा माहौल में मना रहा है।

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कोरोना संक्रमण को देखते हुए अपने आवास पर ही नमाज अदा की और ईद-उल-फितर के मौके पर सभी के स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना की।
नकवी ने ट्वीट करके कहा, “कोरोना महामारी के कारण सोशल डिस्टेसिंग को ध्यान में रखते हुए आज मैंने ईद-उल-फितर के अवसर पर अपने आवास पर नमाज अदा की। मैं इस अवसर पर देश की समृद्धि, सद्भाव, एकता, स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करता हूँ। ”

राजस्थान के प्रसिद्ध ख्वाजा साहब की दरगाह स्थित जन्नती दरवाजा भी आज तड़के खोला गया और कोरोना काल एवं लॉकडाउन की सख्ती के चलते परम्परागत तरीके से होने वाली सार्वजनिक नमाज अदा नहीं की गयी। इस दौरान दरगाह और दरगाह क्षेत्र वीरान नजर आये। दरगाह में चंद अनुमत लोगों ने ही दुआ कर मुल्क में अमनों अमान, खुशहाली, भाईचारे और कोरोना महामारी से निजात के लिए दुआ की। स्थानीय केसरगंज स्थित ईदगाह पर भी नमाज नहीं पढ़ी गयी। शहर की मस्जिद कचहरी एवं घंटाघर में भी नमाज नहीं हुई। सुरक्षा के लिहाज से सभी जगह पुलिस बल तैनात किया गया।

देश के अन्य क्षेत्रों से भी ईद उल फितर का त्योहार कोरोना दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मनाये जाने की खबरें हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it