कारीगरों को डिजिटल क्षेत्र से जोड़ने का प्रयास, चमड़ा क्षेत्र में कौशल विकास के लिए 'स्केल' ऐप
केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'स्केल' (स्किल सर्टिफिकेशन असेसमेंट फॉर लेदर एम्प्लॉइज) ऐप लॉन्च किया है

नई दिल्ली। केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'स्केल' (स्किल सर्टिफिकेशन असेसमेंट फॉर लेदर एम्प्लॉइज) ऐप लॉन्च किया है। यह चमड़ा उद्योग के कौशल, सीखने, मूल्यांकन और रोजगार की जरूरतों के लिए वन-स्टॉप समाधान प्रदान करता है। चमड़ा कौशल क्षेत्र परिषद ने चमड़ा उद्योग में प्रशिक्षुओं को कौशल विकास कार्यक्रमों के डिजाइन और प्रशिक्षण के तरीके को बदलने के लिए एंड्रॉइड ऐप स्केल विकसित किया है। चमड़ा एसएससी द्वारा विकसित स्केल स्टूडियो ऐप चमड़े के शिल्प में रुचि रखने वाले सभी आयु वर्ग के लोगों को अपने कार्यालय में अत्याधुनिक स्टूडियो से ऑनलाइन लाइव स्ट्रीम कक्षाओं तक पहुंचने की अनुमति देता है।
केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि चमड़ा क्षेत्र देश में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है, जिसमें वर्तमान में 44 लाख से अधिक लोग कार्यरत हैं। उन्होंने शिक्षा और कौशल विकास के सही मिश्रण के साथ इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सीएसआईआर-सीएलआरआई की भूमिका की सराहना की।
प्रधान ने डिजिटल प्रौद्योगिकियों और पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों के आगमन के कारण इस क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों के बारे में भी बताया और कहा कि इसके लिए कौशल, पुन कौशल और उच्च कौशल (स्किलिंग, री-स्किलिंग और अप-स्किलिंग) तथा क्षमता निर्माण पर नए सिरे से प्रोत्साहन की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि एनएसडीसी और सीएसआईआर-सीएलआरआई इस क्षेत्र की कौशल संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि इस क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों की क्षमता बढ़ाने के लिए सीएसआईआर-सीएलआरआई में एक राष्ट्रीय स्तर का क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, एनएसडीसी, सीएलआरआई और चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद चेन्नई सहित पूरे भारत में साझा सुविधा और कौशल केंद्र स्थापित करने के लिए सहयोग करेंगे।
प्रधान ने इस क्षेत्र के युवा पेशेवरों से नौकरी देने वाला बनने के लिए प्रौद्योगिकी, नवाचार, उद्यमिता का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें ई-कॉमर्स सहित डिजिटल स्पेस में उपलब्ध अवसरों से जोड़ने के लिए शिल्पकारों का मार्गदर्शन सहित हरसंभव सहयोग करना चाहिए।


