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बिहार में पुलिस सख्ती के बाद दिखा लॉकडाउन का असर

बिहार में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लागू 'लॉकडाउन' का पहले दिन सोमवार को भले ही असर नहीं दिखा हो, लेकिन दूसरे दिन मंगलवार को लोग सडकों पर कम दिखे।

बिहार में पुलिस सख्ती के बाद दिखा लॉकडाउन का असर
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पटना | बिहार में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लागू 'लॉकडाउन' का पहले दिन सोमवार को भले ही असर नहीं दिखा हो, लेकिन दूसरे दिन मंगलवार को लोग सडकों पर कम दिखे। इधर, पुलिस भी मंगलवार को सख्त नजर आ रही है। राजधानी पटना में हर तरफ प्रमुख चौक-चौराहों पर बैरिकेडिंग लगाकर गाड़ियों की सख्ती से जांच कर रही है। पटना में प्रवेश करने के पूर्व भी वाहनों की सघन जांच की जा रही है। शहर में दाखिल होने वाले लोगों को पहचान पत्र या आने की वजह बताने और पुलिस की संतुष्टि के बाद ही वाहनों को दाखिल होने दिया जा रहा है।

पटना के व्यस्ततम इलाकों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। हड़ताली मोड़, डाक बंगला चौराहा, सगुना मोड़ पर बैरिकेडिंग की गई है।

मुजफ्फरपुर में लॉकडाउन का असर पूरी तरह दिख रहा। सोमवार की तुलना में दुकानें भी बंद हैं, जो दुकानें खुली भी, उसे भी प्रशासन ने तत्काल बंद करवा दिया।

वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर में भी लॉकडाउन का असर दिख रहा है। सड़कों पर इक्का-दुक्का लोग चल रहे हैं, जो जरूरी सामान के लिए अपने घरों से निकले। भागलपुर और रोहतास जिले में भी मंगलवार को सोमवार की तुलना में लोग सतर्क दिखे।

नालंदा जिले में भी सोमवार को पुलिस की सख्ती के बाद मंगलवार को स्थिति में सुधार नजर आया। यहां करीब सभी प्रखंड मुख्यालयों में दुकानें बंद हैं तथा लोग बेवजह सड़कों पर नहीं दिखे। अररिया और पूर्णिया में भी लॉकडाउन का प्रभाव देखने को मिल रहा है।

बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने कोरोना संकट के बीच सभी लोगों से अपील की है, "सभी जाति-धर्म के लोगों से अपील है कि वे इस समय सरकार को सहयोग करें।"

उन्होंने कहा, "मैं हाथ जोड़कर बिहार के हर जाति समुदाय वर्ग के लोगों से अपील करता हूं कि लॉकडाउन मतलब कंप्लीट लॉकडाउन, कर्फ्यू जैसे हालात, इसमें सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं चालू रहती हैं।"

उल्लेखनीय है कि बिहार में अब तक कोरोनावायरस के तीन मामले आ चुके हैं। तीन में से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद पिछले 24 घंटों में एक भी कोरोनो मरीज की पुष्टि नहीं हुई है। बिहार में अबतक 537 संदिग्धों की पहचान की गई है, जिसमें कुल 122 संदिग्ध को आइसोलेशन से मुक्त किया गया है। इन्हें 14 दिनों के लिए आइसोलेशन पर रखा गया था।


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