शिक्षा का उपयोग मानवीय मूल्यों व समाज के लिए हो : डॉ. शर्मा
आईटीएस डेंटल कॉलेज में एमडीएस के द्वितीय बैच-2013 एवं बीडीएस के छठे बैच-2011 के छात्रों की शिक्षा पूरी होने पर दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया
ग्रेटर नोएडा। आईटीएस डेंटल कॉलेज में एमडीएस के द्वितीय बैच-2013 एवं बीडीएस के छठे बैच-2011 के छात्रों की शिक्षा पूरी होने पर दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया।
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा एवं विशिष्ठ अतिथि, इन्सटी्ट्यूट ऑफ न्यूक्लीयर मेडिसिन व एलाइड साइंस, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. एके. सिंह ने आईटीएस ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. आरपी. चड्ढा, उपाध्यक्ष सोहिल चड्ढा एवं अर्पित चड्ढा, सचिव बीके. अरोड़ा, निदेशक पब्लिक रिलेशन सुरेन्द्र सूद एवं संस्थान के निदेशक डॉ. अक्षय भार्गव, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण व विद्यार्थियों के अभिभावक शामिल हुए।
इस अवसर पर डॉ. महेश शर्मा ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों एवं उनके माता-पिता को बधाई देते हुए कहा कि स्नातक होना एक अवधारणा है। डॉ. शर्मा ने उपाधि धारक छात्रों को समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का अहसास दिलाते हुए कहा कि कठिन परिश्रम और मेहनत से मिले ज्ञान का उपयोग मानवीय मूल्यों की रक्षा और समाज के लिए होना चाहिए।
चिकित्सक की जरूरत समाज के हर प्रकार के लोगों को हर समय पड़ती है। युवा चिकित्सकों को अपना आर्शीवाद प्रदान करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि चिकित्सकों को चाहिए कि समाज के हर जरूरतमंद लोगों का सेवाभाव से इलाज करें। विशिष्ठ अतिथि डॉ. एके. सिंह ने उत्तीर्ण छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि जो शिक्षा-दीक्षा संस्थान के माध्यम से आप सभी ने ग्रहण की है उसका मरीजों को अधिक से अधिक लाभ मिलना चाहिए।
संस्थान के निदेशक डॉ. अक्षय भार्गव ने विगत वर्षों में हुए संस्थान की उपलब्धियों को बताते हुए छात्रों से कहा कि चिकित्सीय शिक्षा का मुख्य उद्देश्य पैसा कमाना नही बल्कि समर्पित भाव से मरीजों की सेवा करना होना चाहिए।


